शम्भो शम्भो शम्भो बोल मना जग का क्या पता लिरिक्स

यह भजन भगवान शिव की शक्ति, करुणा और अनंत कृपा को व्यक्त करता है। शम्भो शम्भो का उच्चारण करते हुए, भक्त भगवान शिव के दिव्य रूप की स्तुति करते हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने की प्रार्थना करते हैं। इस भजन में भगवान शिव की अनंत महिमा का बखान किया गया है, जो ना केवल संसार के कष्टों से उबारते हैं, बल्कि भक्तों के जीवन को उज्जवल और शुद्ध करते हैं। यह भजन एक आह्वान है, शिव के दिव्य नाम का जाप करने का, ताकि जीवन में शांति और सुख आए।

Shambho Shambho Shambho Bol Mana Jag Ka Kya Pata

शम्भो शम्भो शम्भो बोल मना…
जग का क्या पता,
शम्भू शम्भू शम्भू बोल मना…
जग का क्या पता,
शम्भू शम्भू शम्भू बोल मना…
जग का क्या पता,
जग तो है माया,
जन है खिलौना,
कण कण में है तेरा वास…
शम्भू शम्भू शम्भू बोल मना,
जग का क्या पता।।

यदि काल है इस जग में…
महाकाल है मेरे बाबा,
यदि बंधन है इस जग में,
मोक्ष दाता है मेरे बाबा…
सृष्टि है इस जग की,
संचारक है मेरे बाबा,
विष है जो इस जग में…
विषधारी है मेरे बाबा,
ॐ के रंग में रंग दे जो सबको,
कहते है सब नमः शिवाय…
शम्भू शम्भू शम्भू बोल मना,
जग का क्या पता।।

बड़ा भोला भोला भंडारी,
हर लेता है पीड़ा सारी…
उज्जयनी के हो तुम राजा,
विराजे संग माता गिरिजा…
रामेश्वर बोले शम्भू,
महाकालेश्वर बोले शम्भु…
काशी का कणकण बोले शम्भू,
शम्भू शम्भू बस शम्भू,
ओ कैलाशी हो अविनाशी…
भस्म रमाये दिन रात,
विष क्या है महादेव से पूछो,
देव से पूछो ना ये बात…
शम्भू शम्भू शम्भू बोल मना,
जग का क्या पता।।

शम्भू शम्भू शम्भू बोल मना…
जग का क्या पता,
शिवाय शिव शिव बोल मना…
तन का क्या पता,
भोले भोले भोले बोल मना…
धन का क्या पता,
शम्भो शम्भो शम्भो बोल मना,
जग का क्या पता।।

शिवजी के इस अद्भुत भजन की महिमा का अनुभव करते हुए, हम यह महसूस कर सकते हैं कि भगवान शिव का हर नाम, हर रूप हमें उनके शरण में ले आता है। जैसे शिव ही सत्य है शिव ही सुंदर, महिमा भोलेनाथ की सुनाएंगे, और जपते रहो सुबह शाम भोलेनाथ जैसे भजन भी उनकी असीम कृपा और महिमा का गीत गाते हैं। इन भजनों को पढ़ने से हम भगवान शिव के दिव्य गुणों को और गहराई से समझ सकते हैं।

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