यह भजन भगवान शिव के प्रति भक्तों की असीम श्रद्धा और भक्ति को दर्शाता है। इसमें भक्त अपने आप को शिवजी के चरणों में समर्पित करने की प्रेरणा प्राप्त करते हैं, और यह भजन हमें बताता है कि शिव की भक्ति में संपूर्ण जीवन को समर्पित कर देना ही असली सुख और शांति का मार्ग है। भोलेनाथ की भक्ति में लीन होकर, व्यक्ति अपनी आत्मा को शुद्ध कर सकता है और जीवन को एक नए अर्थ से जोड़ सकता है।
Tu Shiv Ka Ho Ja Bhakt Bhakt
तू शिव का हो जा भक्त भक्त,
तू शिव का हों जा भक्त…
विपदा सारी मिट जाएगी,
मंजिल तेरी मिल जाएगी…
मेरी बात मान,
मेरी बात मान मेरे यार यार,
कट जाएंगे तेरे कष्ट कष्ट…
तू शिव का हों जा भक्त भक्त,
तू शिव का हों जा भक्त।।
ये ही है आदि ये ही अनंता,
दर पे सबका काम है बनता…
ये ही है आदि ये ही अनंता,
दर पे सबका काम है बनता…
श्री राम भी लेते नाम नाम,
रावण जपता सुबह शाम शाम,
आएगा, आएगा ये ही काम काम…
डमरू वाला हर वक्त वक्त,
तू शिव का हों जा भक्त भक्त,
तू शिव का हों जा भक्त।।
देव बड़ा है भोला भाला,
पर है सारे जग का रखवाला…
देव बड़ा है भोला भाला,
पर है सारे जग का रखवाला…
पीता हर वक्त ये भंग भंग,
भूतों की टोली संग संग…
मस्ती में,मस्ती रम जाए अंग अंग,
रहता है हर दम मस्त मस्त …
तू शिव का हों जा भक्त भक्त,
तू शिव का हों जा भक्त।।
सारे जग का ये सर्वेश्वर है,
जगत पिता ये परमेश्वर है…
सारे जग का ये सर्वेश्वर है,
जगत पिता ये परमेश्वर है…
तू ‘श्याम’ का कहना मान मान,
मत कर झूठा अभिमान मान…
सोएगा, सोएगा खुटी तान तान,
बन जाएगा अलमस्त मस्त…
तू शिव का हों जा भक्त भक्त,
तू शिव का हों जा भक्त।।
तू शिव का हो जा भक्त भक्त,
तू शिव का हों जा भक्त…
विपदा सारी मिट जाएगी,
मंजिल तेरी मिल जाएगी…
मेरी बात मान,
मेरी बात मान मेरे यार यार,
कट जाएंगे तेरे कष्ट कष्ट…
तू शिव का हों जा भक्त भक्त,
तू शिव का हों जा भक्त।।
शिवजी की भक्ति का हर कदम सुख और समृद्धि की ओर बढ़ता है। जैसे इस भजन में शिवजी के प्रति पूरी श्रद्धा और समर्पण का गुणगान किया गया है, वैसे ही भगवान शिव के अन्य भजनों जैसे शिव ही सत्य है शिव ही सुंदर, महिमा भोलेनाथ की सुनाएंगे, और जपते रहो सुबह शाम भोलेनाथ में भी उनकी कृपा का विस्तार से वर्णन किया गया है। इन भजनों को पढ़ें और शिवजी की महिमा को महसूस करें।

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile