मेरे शंकर सा देव नहीं दूजा रे भजन लिरिक्स

मेरे शंकर सा देव नहीं दूजा रे यह भजन उस अद्वितीय भाव को व्यक्त करता है जो शिव भक्तों के हृदय में महादेव के लिए बसता है। शिव जी ना केवल त्रिदेवों में से एक हैं, बल्कि करुणा, तपस्या और त्याग के परम प्रतीक भी हैं। जब एक भक्त गहराई से उनका स्मरण करता है, तो यह भाव जागृत होता है कि इस संसार में शिव जैसा कोई और देव नहीं है। आइए इस भावपूर्ण भजन के माध्यम से हम सब मिलकर शिव जी की महिमा का गुणगान करें।

Mere Shankar Sa Dev Nhi Duja Re

महादेव महादेव महादेव महादेव,
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे।
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्,
उर्वारुकमिव बन्धनान,
मृत्युर्मुक्षीय माऽमृतात्।
मेरे शंकर सा देव नहीं दूजा रे,
सबसे पहले तुम्हारी पूजा रे,
मेरे शंकर सा दैव नहीं दूजा रे।
सबसे पहले तुम्हारी पूजा रे,
महादेव महादेव महादेव महादेव,
महादेव महादेव महादेव महादेव।।


मस्तक पर चंदा जटा में गंगा,
भूतों की टोली सवारी है नंदा,।
बाघम्बर धारी शिव त्रिपुरारी,
महाकाल है जग के रचईया।
महादेव महादेव महादेव महादेव,
महादेव महादेव महादेव महादेव।।


सर्पों की माला गले में साजे,
डम डम डमरू शिव का बाजे,।
तुम रक्षक के तेरे खेल निराले,
शिव कैलाशी है मतवाले,।
महादेव महादेव महादेव महादेव,
महादेव महादेव महादेव महादेव।।


कालों के काल महाकाल राजा,
उज्जैन नगरी है धाम तुम्हारा।
कर ले सुमिरन लक्की लगन से,
ऐसा जीवन ना आए दोबारा।
महादेव महादेव महादेव महादेव,
महादेव महादेव महादेव महादेव।।


मेरे शंकर सा देव नही दूजा रे,
सबसे पहले तुम्हारी पूजा रे।
मेरे शंकर सा दैव नहीं दूजा रे,
सबसे पहले तुम्हारी पूजा रे।
महादेव महादेव महादेव महादेव,
महादेव महादेव महादेव महादेव।।

भोलेनाथ जैसा कोई नहीं, जो रुद्र रूप में काल का नाश करे और भोले रूप में अपने भक्तों पर अपार कृपा बरसाए। ऐसे महादेव को समर्पित यह भजन हमें उनके दिव्य स्वरूप से जोड़ता है। अगर आप भी शिव भक्ति में गहराई से डूबना चाहते हैं, तो शिव अनादि है शिव ही सत्य है, महिमा भोलेनाथ की सुनाएंगे, भोले शंकर हम भक्तों से करते कितना प्यार और देवों के देव है ये महादेव कहलाते है जैसे अन्य भजनों को भी अवश्य पढ़ें और भोले बाबा की भक्ति में खो जाएं।











Share

Leave a comment