राहु गायत्री मंत्र: राहु दोष निवारण के लिए प्रभावशाली मंत्र

ज्योतिष के अनुसार राहु एक छाया ग्रह है, जिसका प्रभाव जीवन में अचानक संकट, भ्रम, मानसिक तनाव और बाधाएं लाता है। ऐसे में राहु गायत्री मंत्र का नियमित जाप न केवल राहु दोष को शांत करता है, बल्कि जीवन में स्थिरता, मानसिक स्पष्टता और सफलता भी लाता है। यदि आप Rahu Gayatri Mantra खोज रहे हैं, तो यहां आपको इसका अर्थ और जाप विधि मुख्य रूप से मिलेगी।

Rahu Gayatri Mantra In Hindi

ॐ शिरोरूपाय विद्महे अमृतेशाय धीमहि तन्नो राहुः प्रचोदयात्॥

Rahu Gayatri Mantra In Hindi॥ ॐ शिरोरूपाय विद्महे अमृतेशाय धीमहि तन्नो राहुः प्रचोदयात्॥

मंत्र का अर्थ: हम उस अधोमुख राहु देवता को जानें, जो सूक्ष्म और शक्तिशाली हैं। हम उनका ध्यान करें, वह राहु हमें प्रेरणा दें कि हम भ्रम और बाधाओं से ऊपर उठ सकें।

राहु मंत्र का नियमित जाप राहु ग्रह की अशुभता को शांत करता है और कालसर्प दोष, मानसिक भ्रम, व अचानक उत्पन्न संकटों से सुरक्षा प्रदान करता है। यह मंत्र जीवन में स्थिरता, निर्णय शक्ति और आंतरिक संतुलन लाने में सहायक होता है। यदि आप नवग्रह से संबंधित और भी प्रभावशाली वैदिक मंत्रों की खोज में हैं, तो केतु गायत्री मंत्र, शनि गायत्री मंत्र, और बुध गायत्री मंत्र भी अवश्य पढ़ें, जो आपकी ग्रह बाधाओं को दूर कर आध्यात्मिक और सांसारिक सफलता दिला सकते हैं।

Rahu Gayatri Mantra की लोकप्रिय जाप विधि

  1. जाप का सही समय: राहु देव मंत्र का जाप विशेष रूप से शनिवार और रविवार को किया जा सकता है, खासकर रात के समय। अगर संभव हो तो राहु के प्रभाव वाले समय में, जैसे राहु काल (राहु के प्रभाव का समय), में इसका जाप और भी फलदायक होता है।
  2. स्थान और तैयारी: शुद्ध स्थान पर, गंगाजल का छींटा लेकर स्नान करें और फिर एक आसन पर बैठकर इस मंत्र का जाप करें। यदि संभव हो तो सफेद कपड़े पहनें और अपने सिर पर साफ आंचल रखें। उत्तर या पश्चिम दिशा में मुंह करके जाप करें।
  3. पूजन सामग्री: गंगाजल, काले तिल, नारियल, दीपक, धूपबत्ती, और काले रंग के पुष्प का उपयोग करें। राहु ग्रह की पूजा के लिए काले तिल और काले रंग का विशेष महत्व है।
  4. मंत्र का उच्चारण: इसके बाद मंत्र को सही उच्चारण के साथ 108 बार रुद्राक्ष माला से जाप करें।
  5. जाप के बाद ध्यान: जाप के बाद भगवान राहु से प्रार्थना करें कि वे आपके जीवन से बाधाओं को दूर करें और आपको सफलता, समृद्धि, और शांति प्रदान करें।

FAQ

यह मंत्र किस ग्रह के लिए होता है?

यह मंत्र राहु ग्रह के लिए होता है, जो एक छाया ग्रह है और ज्योतिष अनुसार भ्रम, बाधा, अचानक संकट और मानसिक तनाव का कारक माना जाता है।

क्या यह मंत्र कालसर्प योग से मुक्ति दिला सकता है?

इस मंत्र के लिए कौन-सी माला उपयुक्त है?

क्या महिलाएं भी इस मंत्र का जाप कर सकती हैं?

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