उड़े उड़े बजरंगबली जब उड़े उड़े एक भक्ति गीत है जो भगवान हनुमान के अद्वितीय साहस, शक्ति और ऊर्जा को दर्शाता है। इस भजन में हनुमान जी के आकाश में उड़ने और अपनी अपार शक्ति का प्रदर्शन करने का चित्रण किया गया है। यह भजन भक्तों को यह अहसास कराता है कि भगवान हनुमान की कृपा से हम भी जीवन के किसी भी संकट को पार कर सकते हैं। उनकी शक्ति और साहस हमें हर मुश्किल से उबरने की प्रेरणा देते हैं, और यह भजन भक्तों को हिम्मत और विश्वास से भर देता है।
Ude Ude Bajarangbali Jab Ude Ude
उड़े उड़े बजरंगबली जब उड़े उड़े,
उड़े उड़े बजरंगबली रे जब उड़े उड़े।
हनुमान उड़े उड़ते ही गये,
सब देख रहे है खड़े रे खड़े,
उड़े उड़े बजरंगबली जब उड़े उड़े।।
ओ पहली बार उड़े बचपन में,
सूरज मूह में दबाए।
सूरज मूह में दबाए,
हाहाकार मचा त्रिभुवन में।
सुर नर सब घबराए,
सुर नर सब घबराए।
इंद्र देव जब क्रोधित होकर,
अपना वज्र चलाए।
पवन देव जब कुपित हुए,
सब बजरंग इन्हे बनाए।
बजरंग इन्हे बनाए,
विनती करने दर पे पवन के।
आके सुर नर सब ही जुड़े,
उड़े उड़े बजरंगबली जब उड़े उड़े।।
दूजी बार उड़े तो फांदे,
ये विकराल समंदर।
ये विकराल समंदर,
राम नाम ले करके कूदे।
गढ़ लंका के अंदर,
गढ़ लंका के अंदर।
फूक दिए सोने की लंका,
मारे विर धुरंधर।
काम देख बजरंगबली के,
कांप गया था दशकंधर।
और तहस नहस कर लंका को,
वापस है आप मुड़े,
उड़े उड़े बजरंगबली जब उड़े उड़े।।
तीजी बार उड़े तो हनुमत,
पर्वत ही ले आए।
पर्वत ही ले आए,
राम चंद्र के काज संवारे।
लखन के प्राण बचाए,
लखन के प्राण बचाए।
‘शर्मा’ गले लगाकर रघुवर,
बोले बजरंग बाला।
जय हो जय हो तेरी,
ओ अंजनी के लाला।
‘लख्खा’ मिला दिए बजरंगबलि,
देखो दो भाई बिछुड़े,
उड़े उड़े बजरंगबली जब उड़े उड़े।।
मैं अज्ञानी मूरख हूँ,
तुम बल बुद्धि के दाता।
तुम बल बुद्धि के दाता,
है अजर अमर हो संकट मोचन।
और हो भक्त विधाता,
और हो भक्त विधाता।
तेरे चरणों में बजरंगी,
मन ये मेरा जुड़ जाए।
मारो ऐसी फूक की,
मेरे पाप सभी उड़ जाए।
बजरंगबली तेरे चरणों में,
आकर के हम है पड़े।
उड़े उड़े मेरे पाप प्रभु सब उड़े उड़े,
उड़े उड़े मेरे पाप प्रभु सब उड़े उड़े।।
उड़े उड़े बजरंगबली जब उड़े उड़े,
उड़े उड़े बजरंगबली रे जब उड़े उड़े।
हनुमान उड़े उड़ते ही गये,
सब देख रहे है खड़े रे खड़े।
उड़े उड़े मेरे पाप प्रभु सब उड़े उड़े,
उड़े उड़े मेरे पाप प्रभु सब उड़े उड़े।।
उड़े उड़े बजरंगबली जब उड़े उड़े भजन के माध्यम से भक्तों को यह विश्वास होता है कि हनुमान जी की शक्ति के आगे कोई भी संकट टिक नहीं सकता। हनुमान जी के उड़ते हुए रूप का दृश्य भक्तों को एक अद्वितीय साहस और आत्मविश्वास की अनुभूति कराता है। यह भजन हमें यह याद दिलाता है कि भगवान हनुमान हमारे साथ हैं, और जब तक उनका आशीर्वाद हमारे साथ है, हम किसी भी परिस्थिति का सामना पूरी ताकत से कर सकते हैं।

I am Shri Nath Pandey and I am a priest in a temple, which is located in Varanasi. I have been spending my life worshiping for the last 6 years. I have dedicated my soul completely to the service of God. Our website is a source related to Aarti, Stotra, Chalisa, Mantra, Festivals, Vrat, Rituals, and Sanatan Lifestyle. View Profile