नाम ना मुख से छूटे बजरंगी तुम्हारा भजन लिरिक्स

नाम ना मुख से छूटे बजरंगी तुम्हारा भजन हनुमान जी की भक्ति की अनवरत धारा को दर्शाता है। यह भजन हमें यह सिखाता है कि जब तक हमारे होंठों पर हनुमान जी का नाम रहेगा, तब तक कोई भी संकट हमें हानि नहीं पहुँचा सकता। बजरंगबली का नाम ही वह संजीवनी है, जो हर दुख, भय और परेशानी को समाप्त कर देती है। यह भजन हमें भक्ति में निरंतरता बनाए रखने और हर परिस्थिति में हनुमान जी का स्मरण करने की प्रेरणा देता है।

Naam Na Mukh Se Chhute Bajrangi Tumhara

नाम ना मुख से छूटे,
बजरंगी तुम्हारा
बजरंगी तुम्हारा,
हम है तेरे पुजारी हनुमत
तू ही इष्ट हमारा,
नाम ना मुख से छुटे
बजरंगी तुम्हारा,
बजरंगी तुम्हारा।।

तेरे चरण की धूलि,
मस्तक सदा लगाए
तेरे सुमिरण में सदा,
हम सच्चा सुख पाएं
तेरी याद में हम खोए है,
सारा जगत बिसारा
नाम ना मुख से छुटे,
बजरंगी तुम्हारा,
बजरंगी तुम्हारा।।

अंजनी माँ के लाला,
शंकर के अवतारी
तेरी महिमा देख के,
झुकती दुनिया सारी
तेरी पताका जब लहराए,
झूम उठे जग सारा
नाम ना मुख से छुटे,
बजरंगी तुम्हारा,
बजरंगी तुम्हारा।।

तेरी याद में रहते
निशदिन खोए खोए,
तेरी कृपा हो जाए
कभी भी दुःख ना होवे,
तेरे बिन दुनिया में केवल
कोई नहीं हमारा,
नाम ना मुख से छुटे
बजरंगी तुम्हारा,
बजरंगी तुम्हारा।।

तेरी भक्ति जो करे,
मिट जाते अंधियारे
हम पर किरपा कीजिये,
थामे चरण तुम्हारे
मन मंदिर में तुम्ही बिराजे,
केवल तुम्हे पुकारा
नाम ना मुख से छुटे,
बजरंगी तुम्हारा,
बजरंगी तुम्हारा।।

नाम ना मुख से छूटे,
बजरंगी तुम्हारा
बजरंगी तुम्हारा,
हम है तेरे पुजारी हनुमत
तू ही इष्ट हमारा,
नाम ना मुख से छुटे
बजरंगी तुम्हारा,
बजरंगी तुम्हारा।।

भगवान का नाम जपना केवल एक साधारण क्रिया नहीं, बल्कि आत्मा की शुद्धि और जीवन के कल्याण का मार्ग है। जब हम अपने जीवन में हनुमान जी का नाम हर क्षण जपते हैं, तो उनका आशीर्वाद हमें हर बाधा से बचाता है और हमें असीम शक्ति प्रदान करता है। यह भजन हमें यह संदेश देता है कि चाहे कैसी भी परिस्थिति हो, यदि हमारा मन हनुमान जी की भक्ति में लीन रहेगा, तो हम हर मुश्किल से पार पा सकते हैं। भक्ति का सबसे बड़ा नियम है निरंतरता, और जब तक हमारे मुख से बजरंगबली का नाम नहीं छूटेगा, तब तक हमारी रक्षा स्वयं हनुमान जी करेंगे।

Leave a comment