होती तेरी मर्जी है ऐ मेरे बालाजी भजन लिरिक्स

होती तेरी मर्जी है ऐ मेरे बालाजी भजन समर्पण और श्रद्धा की गहराई को दर्शाता है। यह भजन भक्तों को यह एहसास कराता है कि हमारे जीवन में जो कुछ भी घटित होता है, वह बालाजी महाराज की कृपा और इच्छा से ही होता है। भक्त अपनी सभी चिंताओं को प्रभु के चरणों में समर्पित कर देता है और पूर्ण विश्वास रखता है कि वे ही हमारे जीवन की दिशा तय करते हैं। इस भजन में आस्था, विनम्रता और भक्ति की भावना स्पष्ट झलकती है।

Hoti Teri Marji Hai Ye Mere Balaji

श्लोक –
सरस्वती ने स्वर दिया,
गुरु ने दिनों ज्ञान…
मात पिता ने जन्म दिया,
कर्म लिखे भगवान।

होती तेरी मर्जी है,
ऐ मेरे बालाजी…
तब लगती अर्जी है,
ऐ मेरे बालाजी,
तब लगती अर्जी है।।

श्रीराम दीवाना है…
कहता है सारा जग,
प्रभु राम ने माना है।।

बना सबका सहारा है…
ऐ मेरे बालाजी,
मैंने दिल में उतारा है।।

आया जो भी सवाली है…
काटे हर संकट,
जाता नहीं खाली है।।

बाबा राम दुलारा है…
माता सीता को,
लगता बड़ा प्यारा है।।

‘नयना’ जग की सताई है…
सारे दर छोड़कर,
‘नयना’ दर तेरे आई है।।

‘रतन’ प्रेम का भूखा है…
चलो मेहंदीपुर,
दरबार अनोखा है।।

होती तेरी मर्ज़ी है,
ऐ मेरे बालाजी…
तब लगती अर्जी है,
ऐ मेरे बालाजी…
तब लगती अर्जी है।।

बालाजी महाराज के भक्तों के लिए यह भजन एक गहरी सीख है कि हमें अपने जीवन में घमंड नहीं करना चाहिए, क्योंकि हर कार्य प्रभु की इच्छा से ही संपन्न होता है। होती तेरी मर्जी है ऐ मेरे बालाजी भजन हमें यह समझाता है कि जब हम अपने अहंकार को त्यागकर पूर्ण रूप से प्रभु पर भरोसा करते हैं, तभी हमें वास्तविक शांति और सुख प्राप्त होता है।

हनुमान जी के चरणों में सच्चे मन से समर्पित रहने से हर बाधा अपने आप दूर हो जाती है और जीवन सरल एवं आनंदमय बन जाता है। यह भजन हमें आत्मसमर्पण और संतोष का संदेश देता है। आइए, इसे गाकर बालाजी महाराज की कृपा प्राप्त करें। जय श्री बालाजी!

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