तेरी मेहरबानी का है बोझ इतना भजन भक्त और हनुमान जी के बीच के अनोखे प्रेम और समर्पण को दर्शाता है। यह भजन इस भाव को प्रकट करता है कि भक्त हनुमान जी की कृपा और आशीर्वाद से स्वयं को धन्य महसूस करता है, क्योंकि संकटमोचन की दया और करुणा असीमित है। जब भी कोई सच्चे मन से उन्हें पुकारता है, वे तत्पर होकर सहायता के लिए आ जाते हैं।
Teri Meherbani ka hai Bojh Itna
तेरी मेहरबानी का है बोझ इतना,
जिसे मैं उठाने के काबिल नही हूँ,
मैं आ तो गया हूँ मगर जानता हूँ।
तेरे दर पे आने के काबिल नही हूँ,
तेरी मेंहरबानी का है बोझ इतना।।
जमाने की चाहत ने मुझको मिटाया।
तेरा नाम हरगिज़ जुबा पे ना आया,
तेरा नाम हरगिज़ जुबा पे ना आया।
गुनहगार हूँ मैं खतावार हूँ मैं,
तुम्हे मुंह दिखने के काबिल नही हूँ,
तेरी मेंहरबानी का है बोझ इतना।।
ये माना तुम हो दाता सारे जहान के,
मगर कैसे फैलाऊं झोली मैं आके।
मगर कैसे फैलाऊं झोली मैं आके,
जो पहले दिया है वही कम नही है।
उसी को निभाने के काबिल नही हूँ,
तेरी मेंहरबानी का है बोझ इतना।।
तुमने अदा की मुझे जिंदगानी,
महिमा तेरी मैंने फिर भी ना जानी।
महिमा तेरी मैंने फिर भी ना जानी,
कर्जदार तेरी दया का हूँ इतना।
कि कर्जा चुकाने के काबिल नही हूँ,
तेरी मेंहरबानी का है बोझ इतना।।
जी चाहता है दर पे सिर को झुका लूँ,
तेरा दर्श एक बार जी भर के पा लूँ।
तेरा दर्श एक बार जी भर के पा लूँ,
सिवा दिल के टुकड़ो के ओ मेरे दाता।
मैं कुछ भी चढ़ाने के काबिल नही हूँ,
तेरी मेंहरबानी का है बोझ इतना।।
तेरी मेहरबानी का है बोझ इतना,
जिसे मैं उठाने के काबिल नही हूँ।
मैं आ तो गया हूँ मगर जानता हूँ,
तेरे दर पे आने के काबिल नही हूँ,
तेरी मेंहरबानी का है बोझ इतना।।
हनुमान जी की कृपा असीम है, और उनकी मेहरबानी का कर्ज चुकाना संभव नहीं। तेरी मेहरबानी का है बोझ इतना भजन हमें यह एहसास कराता है कि हमारी हर सफलता, हर संकट से मुक्ति और हर सुख-दुख में संबल, केवल और केवल हनुमान जी की अनुकंपा का परिणाम है। जब भी भक्त संकट में होता है, हनुमान जी अपने भक्त की रक्षा के लिए आशीर्वाद स्वरूप उसकी रक्षा करते हैं।
इस भजन के माध्यम से हम यह सीख सकते हैं कि हमें अपने जीवन में हमेशा हनुमान जी के प्रति श्रद्धा और कृतज्ञता का भाव रखना चाहिए। उनकी भक्ति में जो रम जाता है, उसे जीवन की हर कठिनाई से मुक्ति मिल जाती है। आइए, सच्चे मन से इस भजन का गुणगान करें और संकटमोचन हनुमान जी की कृपा प्राप्त करें। जय श्री राम! जय बजरंग बली!

I am Shri Nath Pandey and I am a priest in a temple, which is located in Varanasi. I have been spending my life worshiping for the last 6 years. I have dedicated my soul completely to the service of God. Our website is a source related to Aarti, Stotra, Chalisa, Mantra, Festivals, Vrat, Rituals, and Sanatan Lifestyle. View Profile