धन, वैभव और समृद्धि की देवी माँ लक्ष्मी का आशीर्वाद पाने के लिए भक्त लक्ष्मी देवी टेम्पल की खोज करते हैं। श्रद्धालु जानना चाहते हैं कि किन मंदिरों में माता लक्ष्मी के दर्शन करने से जीवन में सुख-समृद्धि का संचार होता है। इस लेख में हम आपको प्रसिद्ध Lakshmi Devi Temple, उनके बारे में विस्तार से बताएंगे।

Sri Lakshmi Devi Temple का महत्व
- माता लक्ष्मी को साक्षात् धन, ऐश्वर्य और सौभाग्य की देवी माना गया है।
- लक्ष्मी मंदिर में जाकर दर्शन और पूजा करने से व्यक्ति के जीवन से दरिद्रता दूर होती है और समृद्धि का वास होता है।
- ऐसा विश्वास है कि सच्चे मन से माँ लक्ष्मी का आह्वान करने पर वे तुरंत कृपा करती हैं।
भारत के प्रमुख Lakshmi Devi Temple
- महालक्ष्मी मंदिर, कोल्हापुर- महाराष्ट्र)
- Lakshmi Devi Temple Doddagaddavalli- Karnatka
- Mahalaxmi Temple, Mumbai
- लक्ष्मी नारायण मंदिर (बिरला मंदिर), दिल्ली
1. महालक्ष्मी मंदिर, कोल्हापुर (महाराष्ट्र)

यह भारत के अति प्राचीन शक्तिपीठों में से एक है। यहाँ माँ को ‘अंबाबाई‘ के रूप में पूजा जाता है, इसलिए इसे Ambabai Mandir के नाम से भी जाना जाता है। कहते हैं कि यहाँ की पूजा से जीवन में स्थायी सुख-समृद्धि आती है। विशेष रूप से भक्तों की भारी तादाद रहती है, जो माँ लक्ष्मी से आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए यहाँ आते हैं। आइये इस मंदिर के बारे में थोड़ा विस्तार में बताते है-
इस मंदिर की मान्यता
Kolhapur Mata Mandir की मान्यता है कि यहाँ माँ लक्ष्मी का विशेष रूप से वास है, और जो भक्त इस मंदिर में सच्चे मन से पूजा अर्चना करते हैं, उन्हें माँ लक्ष्मी की कृपा से धन, समृद्धि और ऐश्वर्य प्राप्त होता है। कहा जाता है कि इस मंदिर के दर्शन से जीवन में सुख-शांति और सफलता का आशीर्वाद मिलता है।
इस मंदिर की मान्यता के अनुसार, माँ लक्ष्मी की पूजा से सभी प्रकार के संकट समाप्त होते हैं और जीवन में समृद्धि की प्राप्ति होती है।
दर्शन का समय
समय | कब से कब तक |
---|---|
सुबह का समय | 5:00 AM से 12:00 PM तक |
शाम का समय | 4:00 PM से 10:00 PM तक |
मंदिर में दर्शन करने के लिए इन समयों के दौरान ही जाना सबसे अच्छा होता है, क्योंकि इन समयों में मंदिर का वातावरण भक्तिमय और शांत होता है।
मंदिर तक कैसे पहुंचें
महालक्ष्मी मंदिर, कोल्हापुर तक पहुंचने के लिए विभिन्न परिवहन विकल्प उपलब्ध हैं:
रेल मार्ग (By Train)
- कोल्हापुर रेलवे स्टेशन मुख्य रेलवे स्टेशन है, जो मंदिर से लगभग 2-3 किमी दूर है।
- यहाँ से टैक्सी या ऑटो रिक्शा द्वारा मंदिर आसानी से पहुँच सकते हैं।
सड़क मार्ग (By Road)
- कोल्हापुर महाराष्ट्र का एक प्रमुख शहर है और यहाँ से मंदिर तक पहुँचने के लिए बस, टैक्सी और निजी वाहन का इस्तेमाल किया जा सकता है।
- मुंबई से कोल्हापुर तक लगभग 380 किमी की दूरी है, जो 6-7 घंटे की यात्रा में पूरा किया जा सकता है।
- पुणे से कोल्हापुर की दूरी लगभग 230 किमी है, जो लगभग 4-5 घंटे में तय की जा सकती है।
हवाई मार्ग (By Air)
- कोल्हापुर का खुद का उड्डयन हवाई अड्डा (Kolhapur Airport) है, जो प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है।
- यदि आप अन्य शहरों से आ रहे हैं तो पुणे और मुंबई से फ्लाइट लेकर कोल्हापुर हवाई अड्डे तक पहुँच सकते हैं और फिर वहाँ से टैक्सी या ऑटो लेकर मंदिर तक पहुँच सकते हैं।
2. Lakshmi Devi Temple Doddagaddavalli – Karnatka

यह लक्ष्मी देवी टेम्पल 12वीं सदी का एक ऐतिहासिक मंदिर है जो होयसला शैली की वास्तुकला का अद्भुत उदाहरण है। पर्यटक और भक्त दोनों इसे देखने आते हैं। इस मंदिर का स्थापत्य बहुत ही आकर्षक और वैभवपूर्ण है, जो भक्तों को एक दिव्य अनुभव प्रदान करता है। इस मंदिर में भक्तों की निरंतर भीड़ रहती है, विशेष रूप से शुक्रवार के दिन जब विशेष पूजा की जाती है।
मंदिर की महत्ता
लक्ष्मी देवी मंदिर, हसन की महत्ता कर्नाटका राज्य में विशेष रूप से है, क्योंकि यह दक्षिण भारत के प्रमुख मंदिरों में से एक है। यहाँ माँ लक्ष्मी की पूजा की जाती है, जो समृद्धि, सुख, और धन की देवी मानी जाती हैं। यह मंदिर भक्तों के लिए एक आस्था का केंद्र है और यहाँ पर आने वाले श्रद्धालु अपनी आस्था के साथ माँ लक्ष्मी से धन और समृद्धि की प्राप्ति की कामना करते हैं।
दर्शन का समय
दिन | खुलने का समय | बंद होने का समय |
---|---|---|
रविवार – शुक्रवार | सुबह 9:30 बजे | रात 6:30 बजे |
शनिवार | सुबह 9:30 बजे | शाम 6:00 बजे |
मंदिर तक कैसे पहुंचें
लक्ष्मी देवी मंदिर, हसन तक पहुँचने के लिए निम्नलिखित तरीके हैं:
रेल मार्ग (By Train)
- हसन रेलवे स्टेशन मंदिर के पास स्थित है, जो शहर के प्रमुख रेलवे स्टेशन में से एक है।
- हसन रेलवे स्टेशन से मंदिर तक केवल 2-3 किलोमीटर की दूरी है। आप यहाँ से ऑटो रिक्शा या टैक्सी द्वारा मंदिर तक पहुँच सकते हैं।
सड़क मार्ग (By Road)
- हसन कर्नाटका राज्य के प्रमुख शहरों में से एक है। यहाँ से आपको मंदिर तक पहुँचने के लिए टैक्सी, ऑटो रिक्शा या बस उपलब्ध होती है।
- हसन से बेंगलुरु की दूरी लगभग 180 किमी है, और शिमोगा से हसन की दूरी लगभग 120 किमी है।
हवाई मार्ग (By Air)
- हसन का खुद का हवाई अड्डा नहीं है, लेकिन आप बेंगलुरु अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (Kempegowda International Airport) से फ्लाइट लेकर हसन तक पहुँच सकते हैं।
- बेंगलुरु हवाई अड्डे से हसन तक पहुँचने के लिए सड़क मार्ग का इस्तेमाल किया जा सकता है, जो लगभग 3-4 घंटे की यात्रा होती है।
3. Mahalaxmi Temple, Mumbai

मुंबई के वर्ली इलाके में स्थित यह भव्य मंदिर व्यापारियों और आम लोगों के बीच अत्यंत प्रसिद्ध है। शुक्रवार के दिन यहाँ विशेष भीड़ लगती है। यहाँ दर्शन करने से न केवल भक्तों की आस्थाओं की पुष्टि होती है, बल्कि वे मानसिक शांति और समृद्धि की प्राप्ति की कामना करते हैं।
दर्शन का समय
समय | कब से कब तक |
---|---|
सुबह का समय | 6:00 AM से 12:00 PM तक |
शाम का समय | 4:00 PM से 10:00 PM तक |
यह समय सप्ताह के सभी दिनों में लागू होता है, लेकिन शनिवार और रविवार जैसे विशेष दिनों में अधिक भीड़ हो सकती है, इसलिए इन दिनों में भक्तों को जल्दी पहुंचने की सलाह दी जाती है।
मंदिर की महत्ता
महालक्ष्मी मंदिर, मुंबई, भारत के सबसे प्रसिद्ध और ऐतिहासिक मंदिरों में से एक है। यह मंदिर देवी लक्ष्मी को समर्पित है। मंदिर की स्थापना 1831 में हुई थी और यह स्थान वर्ली क्षेत्र में स्थित है, जो मुंबई के प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्रों में से एक है। इस मंदिर में लक्ष्मी के अलावा, देवी काली और सर्वेश्वर (शिव) की भी मूर्तियाँ हैं, जो भक्तों को मानसिक और आध्यात्मिक शांति प्रदान करती हैं।
मंदिर तक कैसे पहुंचें
महालक्ष्मी मंदिर, मुंबई तक पहुँचने के लिए निम्नलिखित तरीके हैं:
रेल मार्ग (By Train):
- मुंबई लोकल ट्रेन: मंदिर महालक्ष्मी रेलवे स्टेशन से सिर्फ कुछ मिनटों की दूरी पर स्थित है।
- आप अंधेरी, दादर, या बोरीवली जैसे प्रमुख स्टेशनों से लोकल ट्रेन लेकर महालक्ष्मी स्टेशन तक आसानी से पहुँच सकते हैं।
सड़क मार्ग (By Road)
- मंदिर वर्ली क्षेत्र में स्थित है, और मुंबई के प्रमुख मार्गों से आसानी से पहुंचा जा सकता है। आप सी लिंक से होते हुए मंदिर तक पहुंच सकते हैं।
- यह स्थान मुंबई सेंट्रल और धारावी के पास भी स्थित है, जिससे आप टैक्सी या ऑटो रिक्शा द्वारा आसानी से मंदिर पहुंच सकते हैं।
हवाई मार्ग (By Air)
- मुंबई का चरणजीव अंबानी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (Mumbai International Airport) मंदिर से लगभग 15-20 किमी की दूरी पर स्थित है।
- हवाई अड्डे से टैक्सी या कैब लेकर आप मंदिर तक पहुंच सकते हैं। यह मार्ग तेज और सुविधाजनक है।
पास में रहने के स्थान
महालक्ष्मी मंदिर के पास कई अच्छे होटल और आवास सुविधाएँ उपलब्ध हैं। कुछ प्रमुख होटल जो मंदिर के आसपास स्थित हैं:
- The Oberoi Mumbai
- Trident Hotel, Mumbai
- Hotel City Palace
- Residency Hotel
आप इन होटलों में रुक सकते हैं, जो मंदिर से केवल कुछ मिनटों की दूरी पर हैं। इन होटलों में सभी आधुनिक सुविधाएँ उपलब्ध हैं।
महालक्ष्मी मंदिर मुंबई का एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक धार्मिक स्थल है, जहाँ लाखों भक्त अपनी श्रद्धा और आस्था के साथ पूजा-अर्चना करने आते हैं।
4. लक्ष्मी नारायण मंदिर (बिरला मंदिर), दिल्ली

यह भव्य मंदिर दिल्ली के कनॉट प्लेस के पास स्थित है। इसमें लक्ष्मी माता और भगवान नारायण की एक साथ पूजा होती है। यहाँ दर्शन करने से वैवाहिक जीवन में सुख और संतुलन आता है। मंदिर में प्रवेश करने से भक्तों को मानसिक शांति और आस्था की पुनः पुष्टि होती है।
दर्शन का समय
मंदिर खुलने का समय | मंदिर बंद होने का समय |
---|---|
सुबह 4:30 बजे | दोपहर 1:30 बजे |
दोपहर 2:30 बजे | रात्रि 9:00 बजे |
यह मंदिर हर दिन खुला रहता है, लेकिन विशेष पर्वों और त्योहारों के दौरान जैसे नवरात्रि, दीवाली, और गणेश चतुर्थी में अधिक भीड़ होती है, इसलिए भक्तों को इन दिनों में जल्दी दर्शन के लिए मंदिर पहुँचने की सलाह दी जाती है।
मंदिर की महत्ता
लक्ष्मी नारायण मंदिर, जिसे बिरला मंदिर भी कहा जाता है, दिल्ली के प्रमुख धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों में से एक है। यह मंदिर विशेष रूप से देवी लक्ष्मी और भगवान नारायण (विष्णु) को समर्पित है। मंदिर की स्थापना 1938 में बिरला परिवार द्वारा की गई थी और यह मंदिर कनॉट प्लेस से लगभग एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
यह मंदिर अपनी अद्भुत वास्तुकला और सुंदरता के लिए भी प्रसिद्ध है। यहाँ की मूर्तियाँ और चित्रकला भारतीय संस्कृति और धर्म का शानदार उदाहरण प्रस्तुत करते हैं।
मंदिर तक कैसे पहुंचें
लक्ष्मी नारायण मंदिर (बिरला मंदिर) तक पहुँचने के लिए निम्नलिखित रास्ते हैं:
रेल मार्ग (By Train)
- नई दिल्ली रेलवे स्टेशन (New Delhi Railway Station): मंदिर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से लगभग 2 किमी की दूरी पर स्थित है।
- राजीव चौक मेट्रो स्टेशन: यह मेट्रो स्टेशन मंदिर के नजदीक है। राजीव चौक स्टेशन से टैक्सी, ऑटो रिक्शा या पैदल भी मंदिर तक पहुँच सकते हैं।
सड़क मार्ग (By Road)
- कनॉट प्लेस: मंदिर कनॉट प्लेस के पास स्थित है। आप दिल्ली के किसी भी हिस्से से टैक्सी या ऑटो लेकर आसानी से मंदिर तक पहुँच सकते हैं।
- राजपथ और कनॉट सर्कल: ये प्रमुख सड़कें हैं जो मंदिर के पास से गुजरती हैं। आप यहां से टेम्पो या कैब लेकर मंदिर तक पहुँच सकते हैं।
हवाई मार्ग (By Air)
- इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (IGI Airport): हवाई अड्डे से मंदिर की दूरी लगभग 15 किमी है।
- टैक्सी या कैब लेकर आप मंदिर तक पहुँच सकते हैं।
लक्ष्मी नारायण मंदिर (बिरला मंदिर) दिल्ली का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जहाँ देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा अर्चना की जाती है।
इन मंदिरों में होने वाले विशेष अवसर और त्यौहार
लक्ष्मी मंदिर में विभिन्न धार्मिक अवसरों और त्योहारों पर विशेष पूजा और आयोजन होते हैं। प्रमुख अवसर और त्यौहार निम्नलिखित हैं:
- नवरात्रि (Navratri): नवरात्रि के दौरान विशेष पूजा-अर्चना, हवन और भजन-कीर्तन का आयोजन किया जाता है। इस दौरान मंदिर में भक्तों की भीड़ अधिक होती है।
- दीवाली (Diwali): दीवाली के समय मंदिर में लक्ष्मी पूजन और दीप जलाने की विशेष विधियाँ होती हैं। यह दिन मंदिर में विशेष रूप से धूमधाम से मनाया जाता है।
- गणेश चतुर्थी: गणेश चतुर्थी के समय भी महालक्ष्मी मंदिर में पूजा का आयोजन होता है। भक्त देवी लक्ष्मी से धन और सुख की कामना करते हैं।
- शिवरात्रि: शिवरात्रि पर भी यहाँ विशेष पूजा आयोजित होती है, जिसमें भक्त शिव और लक्ष्मी का पूजन करते हैं।
मंदिर में पूजा का लाभ
- जीवन में आर्थिक समृद्धि आती है।
- पारिवारिक सुख और शांति मिलती है।
- कर्ज और दरिद्रता से मुक्ति मिलती है।
- व्यापार और नौकरी में उन्नति का मार्ग प्रशस्त होता है।
- आशीर्वाद से घर में लक्ष्मी स्थायी रूप से निवास करती हैं।
मंदिर दर्शन के दौरान ध्यान देने योग्य बातें
- स्वच्छ वस्त्र पहनकर जाएं।
- मन में पवित्रता और श्रद्धा होनी चाहिए।
- मंदिर में मौन और अनुशासन का पालन करें।
- माता को कमल पुष्प और लाल चूड़ियां अर्पित करना शुभ माना जाता है।
- दान-दक्षिणा का विशेष महत्व है।
अगर आप माँ लक्ष्मी का विशेष आशीर्वाद पाना चाहते हैं, तो Lakshmi Devi Temple के साथ हमारे अन्य लेख लक्ष्मी माता के मंत्र और लक्ष्मी पूजा विधि को भी जरूर पढ़ें। इन लेखों के माध्यम से आप माँ लक्ष्मी की पूजा विधि और मंत्रों के गुप्त रहस्यों को जानकर अपने जीवन में सुख, समृद्धि और वैभव का आगमन कर सकते हैं। लक्ष्मी देवी मंत्र PDF भी यहाँ उपलब्ध है जिसे आप निशुल्क डाउनलोड कर सकते हैं।
FAQ
लक्ष्मी माता का मंदिर क्यों प्रसिद्ध हैं?
इनका मंदिर धन, ऐश्वर्य और सुख-समृद्धि की प्राप्ति के लिए प्रसिद्ध हैं। यहाँ पूजा करने से जीवन में दरिद्रता समाप्त होती है।
मंदिर में दर्शन का सबसे शुभ दिन कौन सा है?
शुक्रवार का दिन माँ लक्ष्मी की पूजा और दर्शन के लिए सबसे शुभ माना जाता है।
लक्ष्मी माँ के मंदिर में क्या चढ़ाना चाहिए?
माँ लक्ष्मी को कमल के फूल, लाल चूड़ियां, मिठाई और विशेष रूप से खीर का भोग चढ़ाना शुभ माना जाता है।
कौन-कौन से लक्ष्मी माता मंदिर भारत में प्रसिद्ध हैं?
कोल्हापुर महालक्ष्मी मंदिर, मुंबई महालक्ष्मी मंदिर, दिल्ली लक्ष्मी नारायण मंदिर और कर्नाटक का लक्ष्मी मंदिर प्रमुख हैं।

मैं आचार्य सिद्ध लक्ष्मी, सनातन धर्म की साधिका और देवी भक्त हूँ। मेरा उद्देश्य भक्तों को धनवंतरी, माँ चंद्रघंटा और शीतला माता जैसी दिव्य शक्तियों की कृपा से परिचित कराना है।मैं अपने लेखों के माध्यम से मंत्र, स्तोत्र, आरती, पूजन विधि और धार्मिक रहस्यों को सरल भाषा में प्रस्तुत करती हूँ, ताकि हर श्रद्धालु अपने जीवन में देवी-देवताओं की कृपा को अनुभव कर सके। यदि आप भक्ति, आस्था और आत्मशुद्धि के पथ पर आगे बढ़ना चाहते हैं, तो मेरे लेख आपके लिए एक दिव्य प्रकाश बन सकते हैं। जय माँ View Profile