देख करके हालत मेरे राम की सरयू माँ के आँसू बह रहे हैं लिरिक्स

देख करके हालत मेरे राम की सरयू माँ के आँसू बह रहे हैं यह भजन भगवान श्रीराम के प्रति माँ सरयू की गहरी भावनाओं को व्यक्त करता है। जब श्रीराम ने अयोध्या से वनवास लिया, तो उनकी माँ सरयू का आशीर्वाद और प्रेम उनसे अलग होने के बावजूद अनंत था। यह भजन उनकी पीड़ा और निष्ठा को व्यक्त करता है, जो उन्हें भगवान राम के वनवास के दौरान महसूस हो रही थी। इस भजन के माध्यम से भक्तों को यह समझने को मिलता है कि प्रभु की राह में हर कठिनाई का सामना करते हुए भी विश्वास बनाए रखना चाहिए।

Dekh Karke Halat Mere Ram Ki, Sarayu Maa Ke Aanshu Bah Rahe Hai

देख करके हालत मेरे राम की,
सरयू माँ के आँसू बह रहे हैं
सूनी हैं गलियाँ अवध धाम की,
सरयू माँ के आँसू बह रहे हैं
देख करके हालत मेरें राम की,
सरयू माँ के आँसू बह रहे हैं।।

कैसा है कलयुग कैसी,
कलयुग की माया है
भगवान बेघर हो चला,
करते ज़माने का जो
फ़ैसला उन्हीं का,
कोर्ट करेगा फ़ैसला,
बात है ये राम के अपमान की
सरयू माँ के आँसू बह रहे हैं,
देख करके हालत मेरें राम की,
सरयू माँ के आँसू बह रहे हैं।।

तम्बू में बैठा है वो,
जो जगत का स्वामी है
दुनिया है चलती जिसके नाम पे,
शर्मिन्दगी में ज़िन्दा,
रहने से अच्छा है
जीवन लुटा दूँ अपने राम पे,
ज़िन्दगी है ऐसी किस काम की,
सरयू माँ के आँसू बह रहे हैं
देख करके हालत मेरें राम की,
सरयू माँ के आँसू बह रहे हैं।।

सरयू की धारा में,
डूब जाना चाहिए
करते जो मन्दिर का विरोध हैं,
वरना प्रलय आएगी,
भूचाल आएगा
रामजी को आने वाला क्रोध है,
‘मोहित’ को चिन्ता है ना जान की,
सरयू माँ के आँसू बह रहे हैं
देख करके हालत मेरें राम की,
सरयू माँ के आँसू बह रहे हैं।।

देख करके हालत मेरे राम की,
सरयू माँ के आँसू बह रहे हैं
सूनी हैं गलियाँ अवध धाम की,
सरयू माँ के आँसू बह रहे हैं
देख करके हालत मेरें राम की,
सरयू माँ के आँसू बह रहे हैं।।

देख करके हालत मेरे राम की सरयू माँ के आँसू बह रहे हैं भजन, हमें यह सिखाता है कि भगवान राम और उनके परिवार के बीच गहरी भावनाओं का संबंध है। इस भजन के साथ-साथ आप राम नाम का प्याला प्यारे पि ले सुबहो शाम, राम सिया राम से नयनाभिरामा से कह देना मेरा प्रणाम और राम के भजन बिना लग है ना पार जैसे अन्य भजनों को भी पढ़ सकते हैं, जो प्रभु राम के दिव्य गुणों और उनकी भक्ति के प्रति आस्था को और मजबूत करेंगे। जय श्रीराम!

Leave a comment