राम जी से पूछे जनकपुर की नारी भोजपुरी भजन लिरिक्स

राम जी से पूछे जनकपुर की नारी भजन जनकपुर की नारी और श्रीराम के प्रेम और भक्ति की एक अद्भुत कहानी है। इस भजन में हम देखते हैं कि जनकपुर की नारी, जो कि भगवान राम की आराधना करती है, अपने ह्रदय के दर्द और प्रेम को राम जी से साझा करती है। भजन की इस सुंदर रचनात्मकता में राम के प्रति नारी की श्रद्धा और विश्वास साफ दिखता है। इस भजन को पढ़ें और अपने जीवन में राम के चरणों की महिमा को महसूस करें, क्योंकि राम के चरणों में शांति और सुख की प्राप्ति है।

Ram Ji Se Puchhe Janakpur Ki Naari

राम जी से पूछे जनकपुर की नारी,
बता दा बबुआ लोगवा देत कहे गारी…
बता दा बबुआ।।

तोहरा से पुछु मैं ओ धनुषधारी,
एक भाई गोर काहे एक काहे कारी…
बता दा बबुआ लोगवा देत कहे गारी,
बता दा बबुआ।।

इ बूढ़ा बाबा के पक्कल पक्कल दाढ़ी,
देखन में पातर खाये भर थारी…
बता दा बबुआ लोगवा देत कहे गारी,
बता दा बबुआ।।

राजा दशरथ जी कइलन होशियारी,
एकता मरद पर तीन तीन जो नारी…
बता दा बबुआ लोगवा देत कहे गारी,
बता दा बबुआ।।

कहथिन सनेह लता मन में बिचारिन,
हम सब लगैछी पाहून सर्वो खुशहाली…
बता दा बबुआ लोगवा देत कहे गारी,
बता दा बबुआ।।

राम जी से पूछे जनकपुर की नारी,
बता दा बबुआ लोगवा देत कहे गारी…
बता दा बबुआ।।

राम जी से पूछे जनकपुर की नारी भजन हमें यह सिखाता है कि राम के प्रेम में नारी का स्थान अति महत्वपूर्ण है, और उनके मार्ग पर चलकर ही हम जीवन की सच्ची खुशी पा सकते हैं। राम की भक्ति का अनुसरण करते हुए हम जीवन के हर संघर्ष से उबर सकते हैं। इस भजन के माध्यम से हम राम के पवित्र चरणों में शरण लेते हैं। इसके साथ ही, राम के अन्य भजनों को पढ़ें जैसे राम नाम का जादू दुनिया पे छा रहा है, राम से बड़ा राम का नाम, जपा कर बैठ कर बन्दे राम का नाम प्यारा है, और राम सिया राम से नयनाभिरामा से कह देना मेरा प्रणाम। जय श्रीराम!

Leave a comment