प्रभु जी तुम चंदन हम पानी हिंदी भजन लिरिक्स

यह भजन प्रभु श्री राम के प्रति एक भक्तिपूर्ण समर्पण को दर्शाता है। इसमें भक्त भगवान श्रीराम से अपनी श्रद्धा और प्रेम व्यक्त करता है, और कहता है कि जैसे चंदन के बिना पानी की कोई महत्ता नहीं, वैसे ही भगवान के बिना उसका जीवन अधूरा है। यह भजन एक अत्यधिक भावनात्मक और प्रेमपूर्ण भक्ति है, जिसमें भगवान श्रीराम को अपने जीवन का आधार माना गया है। भक्त का कहना है कि प्रभु जी के बिना उसका जीवन अर्थहीन है, और उनका आशीर्वाद ही जीवन को संजीवनी शक्ति प्रदान करता है।

Prabhu ji Tum Chandan Hum Pani

प्रभु जी तुम चंदन हम पानी,
जाकी अंग-अंग बास समानी…
प्रभु जी तुम चँदन हम पानी।।

प्रभु जी तुम घन बन हम मोरा,
जैसे चितवत चंद्र चकोरा…
प्रभु जी तुम चँदन हम पानी,
जाकी अंग-अंग बास समानी…
प्रभु जी तुम चँदन हम पानी।।

प्रभु जी तुम मोती हम धागा,
जैसे सोनहिं मिलत सोहागा…
प्रभु जी तुम चँदन हम पानी,
जाकी अंग-अंग बास समानी…
प्रभु जी तुम चँदन हम पानी।।

प्रभु जी तुम दीपक हम बाती,
जाकी जोति बरै दिन राती…
प्रभु जी तुम चँदन हम पानी,
जाकी अंग-अंग बास समानी…
प्रभु जी तुम चँदन हम पानी।।

प्रभु जी तुम स्वामी हम दासा,
ऐसी भक्ति करे ‘रैदासा…
प्रभु जी तुम चँदन हम पानी,
जाकी अंग-अंग बास समानी…
प्रभु जी तुम चँदन हम पानी।।

प्रभु जी तुम चंदन हम पानी,
जाकी अंग-अंग बास समानी…
प्रभु जी तुम चँदन हम पानी।।

यह भजन हमें यह याद दिलाता है कि भगवान श्रीराम का आशीर्वाद ही हमारे जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लेकर आता है। जब हम प्रभु श्रीराम के चरणों में समर्पित हो जाते हैं, तब हमारा जीवन सचमुच एक सार्थक दिशा में अग्रसर होता है। आप अन्य भजनों जैसे राम के बिना जीना मुश्किल है और राम की महिमा में है शक्ति को भी पढ़ सकते हैं, ताकि राम के प्रति अपने प्रेम और भक्ति को और भी बढ़ा सकें।

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