अष्ट लक्ष्मी मंत्र एक अत्यंत प्रभावशाली मंत्र है जो विशेष रूप से धन और समृद्धि की प्राप्ति के लिए जपा जाता है। इस मंत्र में कुबेर देवता और अष्ट लक्ष्मी की पूजा की जाती है, जो लक्ष्मी माता के आठ रूपों का प्रतीक हैं। इस मंत्र को Kuber Ashta Lakshmi Mantra भी कहा जाता है। यदि आप अपने जीवन में धन, सुख, और समृद्धि चाहते हैं, तो हमारे द्वारा नीचे दिए गए Ashta Lakshmi Mantra का जाप अवश्य करें-
Ashta Lakshmi Mantra
ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्ट-लक्ष्मी मम गृहे धनं पुरय पुरय नमः।
अर्थ: मैं देवी लक्ष्मी और श्री कुबेर के सामने श्रद्धा पूर्वक नमन करता हूँ ताकि वे मुझे संसार की सारी संपत्ति और समृद्धि से आशीर्वादित करें।

Ashta Lakshmi Mantra का जाप आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकता है और आपको जीवन की कठिनाइयों से उबार सकता है। अगर आप “Laxmi Stotra” या “Lakshmi Suktam” जैसे अन्य मंत्रों के बारे में भी जानना चाहते हैं, तो आप हमारे वेबसाइट Bhakti Sandesh को देख सकते हैं, जो इन विषयों से जुड़ा हुआ हैं।
मंत्र जाप करने की सरल और प्रभावी विधि
मंत्र जाप शुरू करने से पहले जानें इसकी सरल विधि ताकि लाभ हो पूर्ण और मन भी शांत रहे। नीचे दी गई स्टेप-बाय-स्टेप विधि को अपनाकर आप Ashta Lakshmi Kuber Mantra का प्रभावी जाप कर सकते हैं-
- स्नान: सबसे पहले, स्नान करके साफ कपड़े पहने, ये आपके शरीर के साथ-साथ मन की शुद्धता के लिए बहुत आवश्यक है।
- साफ स्थान: अब, एक साफ और शुद्ध स्थान पर बैठें। एक आसन बिछाकर आराम से बैठ जाएं, ताकि आप ध्यान से मंत्र का जाप कर सकें।
- दीपक जलाएं: पूजा स्थल पर दीपक जलाएं ताकि वातावरण पवित्र हो और शांति का अहसास हो।
- मंत्र जाप: अब अष्ट लक्ष्मी मंत्र का जाप करें। आप इसे 108 बार जाप करें। इसके लिए माला का उपयोग किया जा सकता है, ताकि सही संख्या में जाप किया जा सके।
- पूर्ण श्रद्धा: मंत्र का जाप पूरी श्रद्धा और ध्यान से करें, ताकि इसका प्रभाव अच्छे से आपके जीवन में दिखाई दे।
- धन्यवाद : जब आप 108 बार जाप कर लें, तो देवी लक्ष्मी का धन्यवाद करें और अपनी समृद्धि के लिए आशीर्वाद प्राप्त करें।
यह विधि अपनाकर आप नियमित रूप से इस मंत्र का जाप करके अपने जीवन में समृद्धि और शांति ला सकते हैं।
FAQ
इस मंत्र का जाप कब करना चाहिए?
मंत्र जाप शुभ मुहूर्त में, विशेषकर शुक्रवार, पूर्णिमा या दीपावली के दिन करना सबसे शुभ माना जाता है।
क्या इस लक्ष्मी मंत्र को रोजाना पढ़ सकते हैं?
हाँ, आप इसे प्रतिदिन पढ़ सकते हैं, विशेषकर सुबह या संध्या के समय जाप करना श्रेष्ठ माना जाता है।
इसका कितनी बार जाप करना चाहिए?
कम से कम 11, 21 या 108 बार मंत्र का जाप करें ताकि अधिक प्रभावी परिणाम मिलें।
मंत्र जाप के दौरान कौन-से आसन पर बैठना चाहिए?
कंबल, कुशासन या सूती आसन पर बैठकर जाप करना सबसे उत्तम रहता है।
यह मंत्र किसके लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद है?
जो लोग व्यवसाय, करियर, शिक्षा या पारिवारिक जीवन में समृद्धि और सौभाग्य चाहते हैं, उनके लिए यह मंत्र अत्यंत लाभकारी है।

मैं आचार्य सिद्ध लक्ष्मी, सनातन धर्म की साधिका और देवी भक्त हूँ। मेरा उद्देश्य भक्तों को धनवंतरी, माँ चंद्रघंटा और शीतला माता जैसी दिव्य शक्तियों की कृपा से परिचित कराना है।मैं अपने लेखों के माध्यम से मंत्र, स्तोत्र, आरती, पूजन विधि और धार्मिक रहस्यों को सरल भाषा में प्रस्तुत करती हूँ, ताकि हर श्रद्धालु अपने जीवन में देवी-देवताओं की कृपा को अनुभव कर सके। यदि आप भक्ति, आस्था और आत्मशुद्धि के पथ पर आगे बढ़ना चाहते हैं, तो मेरे लेख आपके लिए एक दिव्य प्रकाश बन सकते हैं। जय माँ View Profile