देवों के देव है ये महादेव कहलाते है भजन लिरिक्स

देवों के देव हैं ये महादेव कहलाते हैं —यह भजन भगवान शिव की दिव्यता और उनकी महिमा का बखान करता है। महादेव केवल एक देवता नहीं, बल्कि संपूर्ण ब्रह्मांड के आधार हैं। वे आदि भी हैं और अनंत भी, सृष्टि का संहार करने वाले भी हैं और पालन करने वाले भी। यह भजन हमें उनकी अपार शक्ति और असीम कृपा की अनुभूति कराता है, जिससे हर भक्त शिवमय हो जाता है।

Devon Ke Dev Hai yah Mahadev Kahlate Hain Bhajan Lyrics

सबको अमृत बांटे,
खुद विष पि जाते है
देवों के देव है ये,
महादेव कहलाते है।।

ये औघड़ दानी है,
संग मात भवानी है
दुनिया दीवानी है,
ये डमरू बजाते है
देवो के देव है ये,
महादेव कहलाते है।।

माथे पर है चंदा,
और जटा में है गंगा
कटे चौरासी फंदा,
जो इनका ध्यान लगाते है

देवो के देव है ये,
महादेव कहलाते है।।

गले सर्पो की माला,
तन पे है मृगछाला
पि के भंग का प्याला,
ये भस्म रमाते है
देवो के देव है ये,
महादेव कहलाते है।।

शिव शंकर भोलेनाथ,
रख दो मेरे सिर पे हाथ
दे दो ‘वशिष्ठ’ का साथ,
हम तुम्हे मनाते है
देवो के देव है ये,
महादेव कहलाते है।।

सबको अमृत बांटे,
खुद विष पि जाते है
देवों के देव है ये,
महादेव कहलाते है।।

शिव की महिमा का कोई पार नहीं है, वे दयालु हैं और भक्तों के हर संकट को हर लेते हैं। जो कोई भी उनकी भक्ति करता है, उसे कभी कोई भय नहीं रहता। महादेव की अनुकंपा पाने के लिए बड़े मतवाले हैं मेरे भोले बाबा , भोले ने जिसे चाहा मस्ताना बना डाला , महाकाल की गुलामी मेरे काम आ रही है , और बोलो भाई ओम नमः शिवाय जैसे अन्य शिव भजनों को भी करें और शिव भक्ति में रम जाएं। ????????

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