महाकाल की गुलामी मेरे काम आ रही है भजन लिरिक्स

महाकाल की भक्ति केवल एक साधना नहीं, बल्कि जीवन को सफल बनाने का माध्यम है। महाकाल की गुलामी मेरे काम आ रही है भजन में उस भव्य अनुभूति का वर्णन किया गया है, जब एक भक्त अपने आराध्य शिव के चरणों में समर्पित होकर स्वयं को धन्य मानता है। महाकाल के सेवक बनकर जीवन में आने वाली हर कठिनाई भी भक्त के लिए सौभाग्य बन जाती है। आइए, इस भजन को करके महाकाल की भक्ति में लीन हों।

Mahakal ke Gulabi Mere Kam aa Rahi Hai Bhajan Lyrics

उनकी ही कृपा से एकदम,
मस्त जिंदगी है
और गुजरा हूँ जिधर से मुझे,
इज्जत ही मिली है
महाकाल की गुलामी,
मेरे काम आ रही है।।

भोले की भक्ति का,
एक ही है कायदा
इसमें तो मिले बस,
फायदा ही फायदा
मैंने भी तो की है भक्ति,
तेरे नाम की
बिगड़ी बना दी तूने,
मेरे नाम की
महाँकाल की गुलामी
मेरे काम आ रही है।।

महाकाल मेरे महाकाल मेरे,
महाकाल मेरे महाकाल
मेरा मतलब है अलग,
मेरी मंजिल है अलग
मै हूँ तेरा ही दीवाना,
दीवाना दीवाना
मुझे छेड़े ना जमाना,
मैं हूँ भोले का दीवाना
महाकाल मेरे महाकाल मेरे,
महाकाल मेरे महाकाल।।

मेरे फूलों की दुकान,
मेरा बन गया मकान
तेरी ही कृपा मुझे,
मिला ये मुकाम
मेरे उज्जैन के महाकाल,
मेरे उज्जैन के महाकाल।।

भोले कि सवारी आई,
शिवजी की सवारी
आई उज्जैन नगरीया,
शिवजी की सवारी।।

सारे मिल नाचो गाओ धूम मचाओ,
हर हर महादेव नारा लगाओ
देखो सोने कि मुरतिया,
शिवजी की सवारी
देखो मोहनी मुरतिया,
शिवजी की सवारी
भोले कि सवारी आई,
शिवजी की सवारी
आई उज्जैन नगरीया,
शिवजी की सवारी।।

उनकी ही कृपा से एकदम,
मस्त जिंदगी है
और गुजरा हूँ जिधर से मुझे,
इज्जत ही मिली है
महाकाल की गुलामी,
मेरे काम आ रही है।।

महाकाल की गुलामी सबसे बड़ी बादशाहत है, क्योंकि जो भी उनके चरणों में नतमस्तक होता है, वह संसार के हर बंधन से मुक्त हो जाता है। शिव का सच्चा भक्त वही है, जो उनकी भक्ति को जीवन का आधार बना ले। आप चलता चल रे भक्ता महाकाल सवारी में , भरोसा महाकाल का , जहाँ जिनकी जटाओं में गंगा की बहती अविरल धारा , और मेरे शंकर भोले भाले बेड़ा पार लगाते हैं जैसे भजनों को करके महाकाल की कृपा प्राप्त करें। 🚩🔱

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