नवग्रह की कहानी हिंदू ज्योतिष और पुराणों में गहरे रूप से समाई हुई है। प्रत्येक ग्रह के पास अपनी अनोखी कहानी और विशेषताएँ हैं, जो उनके प्रभावों को समझने में मदद करती हैं। यहाँ हमने आपके लिए Navgrah Ki Kahani को मुख्य रूप से आपके लिए निचे उपलब्ध कराया है। जिसे आप अपने पूजा- पाठ में शामिल कर सकते हैं।
Navgrah Ki Kahani
भाई और बहन का मिलन
एक छोटे से गाँव में एक भाई और बहन रहते थे। एक दिन भाई अपनी बहन से मिलने के लिए जा रहा था। रास्ते में उसे एक साँप मिला, जो उसे डसने के लिए तैयार था। भाई ने साँप से विनम्रता से कहा, “तू मुझे मत डस, क्योंकि मैं अपनी माँ का इकलौता बेटा हूँ और अपनी बहन का भी एकलौता भाई हूँ।” लेकिन साँप ने उसे मना कर दिया और कहा, “तेरी नौ ग्रहों की दशा चल रही है, मुझे तो तुझे डसना ही है।”
भाई का समाधान
भाई ने फिर कहा, “ठीक है, अगर तू मुझे डसने जा रहा है, तो मुझे अपनी बहन से मिलकर आने दे।” साँप ने जवाब दिया, “क्या पता तू वापस आए या नहीं, मुझे तुझे अभी डसना चाहिए।” भाई ने समझाया, “अगर तू मुझे मुझ पर विश्वास नहीं करता तो मेरे साथ थैले में बैठ जा।” और फिर उसने साँप को अपने थैले में रख लिया, और ऊपर से उस पर फूल और पत्ते रख दिए।
बहन की नौ ग्रहों की कहानी
जब भाई बहन के घर पहुँचा, तो उस समय बहन नौ ग्रह की कहानी सुना रही थी। बहन ने भाई से कहा, “भाई, तुम बैठ जाओ, पहले मैं कहानी कहूँगी, फिर हम बात करेंगे।” फिर बहन ने अपनी कहानी शुरू की:
“जीवों, जानवरों, हाथी, घोड़े, भाई-बहन, घर के मालिक, जमाई, देवरानी, जेठानी, सास, ससुर, सहेलियाँ—इन सभी के नौ ग्रह शांत हो जाएँ। ग्रह आठ पग चलें, और आदमी चार पग चले, साँप, बिच्छू, भँवरे—सभी आग में जल जाएं।”
थैले से निकला चमत्कार
कहानी खत्म होते ही बहन उठी और भाई से पूछा, “तू इस थैले में क्या लाया है?” भाई ने कहा, “कुछ नहीं बहन, मैंने कुछ नहीं लाया।” लेकिन बहन ने थैले को खींच लिया और खोला, तो उसमें रखे फूल, पत्ते और बेल केले और संतरे में बदल गए, और जो साँप था, वह एक खूबसूरत हार में बदल गया। बहन ने हार पहन लिया और घर से बाहर आई।
भाई की हैरानी
भाई ने हैरान होकर पूछा, “तू तो बहुत गरीब थी, फिर यह हार कहाँ से आया?” बहन ने कहा, “हाँ भाई, मैं तो गरीब थी, लेकिन यह हार तू अपने थैले में लाया है।” भाई ने कहा, “लेकिन मैंने तो थैले में मौत का सामान रखा था, यह हार तो मैंने तेरे लिए नहीं लाया।” फिर भाई ने कहा, “मेरे थैले में तो साँप था, और तेरी कहानी ने उसे हार में बदल दिया।”
भाग्य का मोड़
भाई ने बहन से कहा, “यह हार तेरे भाग्य का है, इसे तू रख ले।” बहन ने भाई से कहा, “तेरी नौ ग्रह की दशा चल रही है, तू घर जाकर अपनी भाभी से कहो कि वह नौ ग्रह की कहानी कहे।”
पत्नी से नौ ग्रह की कहानी
भाई घर लौट आया और अपनी पत्नी से कहा, “मेरी नौ ग्रह की दशा चल रही है, इसलिए हमें नौ ग्रह की कहानी कहनी चाहिए।” पत्नी ने कहा, “ठीक है, तुम कहो और मैं सुनूँगी।” फिर भाई ने पत्नी से कहा, “चावल और चीनी के दाने लाओ और एक लोटा पानी ले आओ।” पत्नी ने सब लाकर दिया।
नौ ग्रह की शांति के लिए मंत्र
भाई और पत्नी ने फिर नौ ग्रह की कहानी शुरू की: “जीव, जानवर, हाथी, घोड़ा, कुत्ता, बिल्ली, देवरानी, जेठानी, सास, ससुर, घर के मालिक, बहन, भाई- इन सभी के नौ ग्रह शांत हो जाएं। ग्रह आठ पग चलें, और आदमी चार पग चले, साँप, बिच्छू, भँवरे- सभी आग में जल जाएं।”
समापन और आशीर्वाद
आखिर में, भाई ने कहा, “आज का दिन रविवार, सोमवार, मंगलवार, बुधवार, बृहस्पतिवार, शुक्रवार और शनिवार सभी दिनों को नमस्कार! धरती माता को नमस्कार! नौ ग्रहों को नमस्कार! जैसे नौ ग्रह की दशा बहन और भाई की शांत हुई, वैसे ही सभी की दशा शांत हो।”
यह कहानी हमें यह सिखाती है कि जीवन में कठिनाइयों का सामना करते समय हमें सही विश्वास और आस्था रखनी चाहिए। सही समय पर सही उपाय करने से हमारे जीवन के कष्ट दूर हो सकते हैं, और हमारी समस्याओं का समाधान हो सकता है। यह कहानी यह भी बताती है कि जब हमारे कर्म सही होते हैं और हम सही दिशा में कदम उठाते हैं, तो हमें अपने भाग्य का आशीर्वाद मिलता है।
FAQ
क्या यह कहानी बच्चों के लिए उपयुक्त है?
हां, यह कहानी बच्चों के लिए भी उपयुक्त है क्योंकि इसमें सरल तरीके से ग्रहों की शांति और धर्म का महत्व बताया गया है।
इस कहानी को पढ़ने से क्या बदलाव आता है?
कहानी पढ़ने से मानसिक शांति और विश्वास मिलता है कि जीवन में सही उपायों से समस्याओं का समाधान हो सकता है।
क्या यह कहानी धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण है?
हां, यह कहानी नवग्रहों की शांति पूजा और सही समय पर उपाय करने के महत्व को दर्शाती है।
मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके। View Profile 🚩 जय श्री राम 🚩