मेरा भोला बड़ा मतवाला, सोहे गले बीच सर्पों की माला भजन शिव शंकर की अनोखी वेशभूषा और उनकी अलौकिकता का गुणगान करता है। भोलेनाथ, जो औघड़दानी और सरल स्वभाव के हैं, सर्पों की माला गले में धारण करते हैं, भस्म रमाते हैं, और श्मशान को अपना वास बनाते हैं। उनकी यह अनूठी छवि भक्तों को मोहित कर देती है, क्योंकि वे इस सृष्टि के स्वामी होकर भी मोह-माया से परे हैं। यह भजन हमें शिव के निराले रूप, उनकी भक्ति की महिमा और उनके असीम प्रेम का अनुभव कराता है।
Mera Bhola Bada Matwala Sohe Gale Beech Sapo Ki Mala
मेरा भोला बड़ा मतवाला,
सोहे गले बीच सर्पों की माला।1।
माथे चन्दा सुहाए,
जटा गंगा बहाये,
कमर बांधे हुए मृगछाला,
मेरा भोला बडा मतवाला।2।
खाते भंगिया धतूर,
करें नशा भरपूर,
समुद्र मंथन का विष पीने वाला,
मेरा भोला बडा मतवाला।3।
रहे परबत कैलाश,
गौरा मइया के साथ,
गोद में बैठे गणपति लाला,
मेरा भोला बडा मतवाला।4।
मेरा भोला बड़ा मतवाला,
सोहे गले बीच सर्पों की माला।5।
मेरा भोला बड़ा मतवाला, सोहे गले बीच सर्पों की माला भजन शिव की भव्यता और अनोखी पहचान को दर्शाता है। महादेव अपनी वेशभूषा से ही यह संदेश देते हैं कि सच्ची भक्ति आडंबर से नहीं, बल्कि प्रेम और समर्पण से होती है। उनका हर रूप भक्तों को यह सिखाता है कि संसार की चकाचौंध से दूर रहकर भी आत्मसंतोष पाया जा सकता है। यदि आपको यह भजन पसंद आया, तो भोला तेरा डम डम डमरू बाजे, भोलेनाथ जी का डमरू दिन रात बज रहा है, भस्मी लगाएं बाबा उज्जैन के वो राजा, और भोले के दरबार से खाली नहीं जाएंगे भी करें। इन भजनों के माध्यम से आपका मन शिवमय होगा और महादेव की कृपा सदा बनी रहेगी। ????????✨

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile