भूतनाथ के द्वार पे जो भी अपना शीष झुका देता है

भूतनाथ के द्वार पे जो भी अपना शीष झुका देता है भजन भोलेनाथ की कृपा और उनकी करुणा का वर्णन करता है। शिव शंकर, जो भूतनाथ कहलाते हैं, अपने दरबार में आने वाले हर भक्त पर अपार अनुकंपा बरसाते हैं। जो सच्चे मन से उनके चरणों में शीश झुकाता है, उसे जीवन के हर कष्ट से मुक्ति मिलती है। यह भजन हमें महादेव की असीम शक्ति और उनकी कृपा का अनुभव कराता है, जिससे हमारे मन में भक्ति की भावना और प्रबल हो जाती है।

Bhutnath Ke Dwar Pe Jo Bhi Apna Shish Jhuka Deta Hai

भूतनाथ के द्वार पे जो भी,
अपना शीष झुका देता है,
चिंताओं की सारी लक़ीरें,
चिंताओं की सारी लक़ीरें,
बाबा भूतनाथ मिटा देता है।1।

जमाने की ठोकरें,
जो खाकर के हारा,
वो इस दर पे आकर,
ना रहता बेचारा,
भूतनाथ से बढ़के ना कोई,
देव है अलबेला,
कोई देव है अलबेला,
उम्मीदों को आशाओं को,
उम्मीदों को आशाओं को,
बाबा टूटने ही नहीं देता है,
बाबा टूटने ही नहीं देता है।2।

मेरा शिव बम भोला,
बड़ा ही है भोला,
जो मांगो सब देता,
ऐसा है मस्त मौला,
मालिक तीनों लोकों का है,
फिर भी है बैरागी,
भोले फिर भी है बैरागी,
रखता चिता की राख़ स्वयं ये,
रखता चिता की राख़ स्वयं ये,
बाकी सबकुछ.ही लुटा देता है,
बाकी सबकुछ.ही लुटा देता है।3।

गुरू महिपाल जी की,
श्रद्धा और भक्ति ने,
जगाई इस दर की,
अलख ज्योति जग में,
कोटि कोटि नमन करूँ,
महिपाल गुरू जी को,
महिपाल गुरू जी को,
इस दरबार में.आने वाला,
इस दरबार में.आने वाला,
खुद को भाग्यशाली बना लेता है,
खुद को भाग्यशाली बना लेता है।4।

भूतनाथ के द्वार पे जो भी,
अपना शीष झुका देता है,
चिंताओं की सारी लक़ीरें,
चिंताओं की सारी लक़ीरें,
बाबा भूतनाथ मिटा देता है।5।

भूतनाथ के द्वार पे जो भी अपना शीष झुका देता है भजन करने से हमें शिवजी की अपार कृपा प्राप्त होती है और हमारा जीवन मंगलमय हो जाता है। जो भी सच्चे मन से महादेव की शरण में आता है, उसका जीवन सुख, शांति और समृद्धि से भर जाता है। अगर आपको यह भजन पसंद आया, तो महाकाल आरती, शिव तांडव स्तोत्र, शिव चालीसा, और हर हर महादेव भजन भी करें। इन भजनों से आपकी आत्मा शिव प्रेम में रम जाएगी और भोलेनाथ की कृपा सदा बनी रहेगी। 🚩✨

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