मैं देखो उज्जैन नगरी आया संग कावड़ भी भरकर लाया

मैं देखो उज्जैन नगरी आया संग कावड़ भी भरकर लाया भजन शिव भक्तों की अटूट श्रद्धा और उज्जैन की महिमा को दर्शाता है। जब भक्त महाकाल के दर्शन के लिए उज्जैन की पावन नगरी में आते हैं, तो उनकी भक्ति का कोई ठिकाना नहीं रहता। कांवर यात्रा शिव जी के प्रति प्रेम और समर्पण का प्रतीक है, जहां हर भक्त अपने कंधे पर जल लेकर महादेव के दरबार में अर्पित करने आता है। यह भजन हमें शिव भक्ति की शक्ति और उज्जैन महाकाल की दिव्यता का अनुभव कराता है।

Mai Dekho Ujjain Nagri Aaya Sang Kavad Bhi Bharkar Laya

श्लोक –
त्रिदलं त्रिगुणाकारं,
त्रिनॆत्रं च त्रियायुधं,
त्रिजन्म पापसंहारम,
बिल्वंपत्रम शिवार्पणं।

मैं देखो उज्जैन नगरी आया,
संग कावड़ भी भरकर लाया,
भोलेनाथ भोलेनाथ,
मैं देखों उज्जैन नगरी आया,
संग कावड़ भी भरकर लाया,
ओ बाबा करदो कृपा मुझपे आज,
ओ बाबा करदो कृपा मुझपे आज।1।

जब जब सावन आए,
भक्त कावड़ ले आए,
कावड़ का जल चढ़ाएं ओ बाबा,
करदो कृपा महाकाल,
ओ बाबा करदो कृपा महाकाल।2।

जब जब ध्यान लगाऊ,
शिव शिव शिव मैं जपते जाऊ,
आपका दर्शन पाऊं ओ शंभू,
आपका ही मैं हो जाऊ,
ओ शंभू आपका ही मैं हो जाऊ।3।

मैं देखों उज्जैन नगरी आया,
संग कावड़ भी भरकर लाया,
भोलेनाथ भोलेनाथ,
मैं देखों उज्जैन नगरी आया,
संग कावड़ भी भरकर लाया,
ओ बाबा करदो कृपा मुझपे आज,
ओ बाबा करदो कृपा मुझपे आज।4।

मैं देखो उज्जैन नगरी आया संग कावड़ भी भरकर लाया भजन करने से हमारी आत्मा शिव भक्ति से भर जाती है और महादेव की कृपा का अनुभव होता है। उज्जैन महाकाल की पावन भूमि में जो भी श्रद्धा से आता है, उसकी झोली आशीर्वाद से भर जाती है। अगर आपको यह भजन पसंद आया, तो महाकाल आरती, शिव तांडव स्तोत्र, शिव चालीसा, और हर हर महादेव भजन भी करें। इन भजनों से आपकी भक्ति और गहरी होगी और भोलेनाथ का आशीर्वाद सदैव आपके साथ बना रहेगा। ????✨

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