भगवान गणेश जी भक्तों की नैया को पार लगाने वाले हैं। जब जीवन की राह कठिन हो जाती है और हम समस्याओं से घिर जाते हैं, तब गणपति बप्पा का स्मरण हमें संबल और राह दिखाता है। गजानंद नाव मेरी पड़ी मझधार है भजन भी इसी श्रद्धा को प्रकट करता है, जिसमें भक्त अपनी आशा और विश्वास को गणेश जी के चरणों में समर्पित करता है। इस भजन के भावपूर्ण शब्द हमें यह एहसास कराते हैं कि बप्पा की कृपा से हर संकट का समाधान संभव है।
Gajanand Nav Meri Padi Majdhar Hai
गजानंद नाव मेरी पड़ी मजधार है,
तू ही खिवैया जग का तू ही पतवार है,
गजानन्द नाव मेरी पड़ी मजधार है।1।
तुम ही रिद्धि सिद्धि के दाता,
गजानंद पार करना,
नाव है बिच भंवर में,
मेरा उद्धार करना,
अब तो तेरे भरोसे हो ओ ओ,
मेरा परिवार है,
गजानन्द नाव मेरी पड़ी मजधार है।2।
मेरे ओ गणपति देवा,
करूँ अब तेरी सेवा,
भोग लड्डुअन का लगाऊं,
दूर करो कष्ट देवा,
तुझको पहले मनाता हो ओ ओ,
सारा संसार है,
गजानन्द नाव मेरी पड़ी मजधार है।3।
मेरे परिवार को देवा,
सदा खुशहाल रखना,
दया की दृष्टि रखना,
तू मालामाल करना,
तेरा ही ध्यान लगता हो ओ ओ,
सेवक हर बार है,
गजानन्द नाव मेरी पड़ी मजधार है।4।
गजानन्द नाव मेरी पड़ी मजधार है,
तू ही खिवैया जग का तू ही पतवार है,
गजानंद नाव मेरी पड़ी मजधार है।5।
गणपति बप्पा भक्तों की नैया के खेवैया हैं, जो हर तूफान से सुरक्षित पार लगा देते हैं। गजानंद नाव मेरी पड़ी मझधार है भजन हमें उनकी अपार कृपा का अनुभव कराता है और उनके प्रति श्रद्धा को और दृढ़ करता है। अगर आप गणेश जी की भक्ति में और अधिक रमना चाहते हैं, तो गौरी के नंदा गजानन, गौरी के नंदा, विनायक दया करो, मैं तो जपु सदा तेरा नाम, गौरी के लाड़ले, महिमा तेरी महान, गणपति पधारो ताता थैया करते जैसे भजनों को भी पढ़ें और गणपति बप्पा की भक्ति में लीन हों।

मैं रोहन पंडित, एक श्रद्धालु और हरिद्वार के एक शिव मंदिर में पुजारी हूँ। मैं भक्तों को आरती, मंत्र, चालीसा, स्तोत्र और भजनों की विस्तृत जानकारी अपने वेबसाइट के माध्यम से प्रदान करता हूँ, साथ ही उन्हें पीडीएफ में उपलब्ध कराता हूँ। View Profile 🙏🚩