उत्सव रच्यो है म्हारे आँगने थे आजो गौरी का लाल भजन लिरिक्स

गणपति बप्पा का आगमन किसी भी भक्त के लिए अत्यंत हर्ष और उत्साह का क्षण होता है। जब गौरी पुत्र गणेश जी पधारते हैं, तो समस्त वातावरण भक्तिमय और आनंदमय हो जाता है। उत्सव रच्यो है म्हारे आँगने, थे आजो गौरी का लाल भजन में भक्तगण अपनी श्रद्धा और प्रेम से गणपति बप्पा का स्वागत कर रहे हैं। यह भजन हमारे मन को भक्तिरस से सराबोर कर देगा। आइए, इस पावन भजन का आनंद लें और गणपति बप्पा को अपने हृदय में विराजित करें।

Utsav Rachyo Hai Mhare Aangne The Aajo Gauri Ka Lal

उत्सव रच्यो है म्हारे आँगने,
थे आजो गौरी का लाल,
कारज म्हारा सफल करो,
थे आजो गौरी का लाल,
कारज म्हारा सफल करो।1।

फुलड़ा री माला ल्याया विनायक,
फुलड़ा री माला ल्याया विनायक,
अर्पण थे करो गणराज,
कारज म्हारा सफल करो,
थे आजो गौरी का लाल,
कारज म्हारा सफल करो।2।

सोने री थाली में मोदक ल्याया,
सोने री थाली में मोदक ल्याया,
थे भोग लगावो गणराज,
कारज म्हारा सफल करो,
थे आजो गौरी का लाल,
कारज म्हारा सफल करो।3।

रिद्धि सिद्धि ने सागे ल्यायजो,
रिद्धि सिद्धि ने सागे ल्यायजो,
अन्न धन से भरो भंडार,
कारज म्हारा सफल करो,
थे आजो गौरी का लाल,
कारज म्हारा सफल करो।4।

उत्सव रच्यो है म्हारे आँगने,
थे आजो गौरी का लाल,
कारज म्हारा सफल करो,
थे आजो गौरी का लाल,
कारज म्हारा सफल करो।5।

जब गणपति बप्पा हमारे आँगन में पधारते हैं, तो समस्त कष्ट और विघ्न दूर हो जाते हैं और जीवन में मंगलमय ऊर्जा का संचार होता है। उत्सव रच्यो है म्हारे आँगने, थे आजो गौरी का लाल भजन गणेश जी के स्वागत की भावना को दर्शाता है। अगर यह भजन आपको भक्तिरस से भर गया, तो गजानंद कृपा बरसा दे श्री गणेश वंदना, जय गणपति वंदन गणनायक, महाराज गजानन जी पधारो म्हारे कीर्तन में और बेगा सा पधारो जी सभा में म्हारे आओ गणराज जैसे अन्य भजनों को भी अवश्य पढ़ें। गणपति बप्पा मोरया!

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