हे जगवंदन गौरी नंदन भजन लिरिक्स

भगवान गणेश, जो जगत के वंदनीय देव और माता गौरी के प्रिय पुत्र हैं, उनकी स्तुति से हर भक्त का मन भक्तिभाव से भर जाता है। हे जगवंदन गौरी नंदन भजन में गणपति बप्पा की महिमा का गुणगान किया गया है, जो सभी विघ्नों को हरकर अपने भक्तों को सुख, समृद्धि और शांति प्रदान करते हैं। यह भजन हमें गणेश जी की अपार कृपा का अनुभव कराता है और उनकी भक्ति में लीन होने का अवसर देता है।

Hey Jagvandan Gauri Nandan

हे जगवंदन गौरी नंदन,
कर दो भव से पार,
गजानन आया तेरे द्वार,
गजानन आया तेरे द्वार।1।

रिद्धि सिद्धि के,
तुम हो स्वामी,
हे गणनायक अंतर्यामी,
गौरी माँ के राज दुलारे,
भक्तो को दो प्यार,
गजानन आया तेरे द्वार,
गजानन आया तेरे द्वार।2।

हें जगवँदन गौरी नंदन,
कर दो भव से पार,
गजानन आया तेरे द्वार,
गजानन आया तेरे द्वार।3।

बुद्धि विवेक के,
तुम हो दाता,
भक्तो के तुम भाग्यविधाता,
भाव भजन से गाउँ तोहे,
मेरा करो उद्धार,
गजानन आया तेरे द्वार,
गजानन आया तेरे द्वार।4।

हें जगवँदन गौरी नंदन,
कर दो भव से पार,
गजानन आया तेरे द्वार,
गजानन आया तेरे द्वार।5।

हे जगवंदन गौरी नंदन,
कर दो भव से पार,
गजानन आया तेरे द्वार,
गजानन आया तेरे द्वार।6।

भगवान गणेश की आराधना से जीवन में मंगलकारी ऊर्जा और शुभता का संचार होता है। हे जगवंदन गौरी नंदन भजन के माध्यम से भक्त गणपति बप्पा की असीम कृपा का अनुभव कर सकते हैं। यदि यह भजन आपको भक्तिमय लगा, तो गौरी सुत गणराज गजानन, लोरी सुनाए गौरा मैया झूला झूले गजानंद, गणपति तेरे चरणों की पग धूल जो मिल जाए, और जय गणेश जय गणेश देवा भी जरूर पढ़ें और गणेश जी की भक्ति में लीन हो जाएं। 🚩🙏

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