लिख देना लिख देना ओ गणपति भाग्य हमारा भी – भजन लिरिक्स

भगवान गणेश जी को विध्नहर्ता और भाग्यविधाता कहा जाता है। जब भी भक्त उनकी शरण में आते हैं, वे कृपा बरसाकर जीवन के समस्त कष्टों को हर लेते हैं। लिख देना लिख देना ओ गणपति भाग्य हमारा भी भजन में भक्तों की श्रद्धा और विश्वास को दर्शाया गया है, जहां वे बप्पा से अपने भाग्य में सुख, समृद्धि और कृपा का लेखन करने की प्रार्थना कर रहे हैं। यह भजन गणपति बप्पा की महिमा को गाने और उनके चरणों में समर्पित होने का अद्भुत माध्यम है।

Likh Dena Likh Dena O Ganapati Bhagy Hamara Bhi

लिख देना लिख देना ओ गणपति,
भाग्य हमारा भी,
जैसे सबको दिया सहारा देना,
साथ हमारा भी,
लिख देना लिख देना ओं गणपति,
भाग्य हमारा भी।1।

एक तो लिखना मात पिताजी,
एक तो लिखना मात पिताजी,
लिख देना लिख देना ओं गणपति,
प्यारा सा भैया जी,
लिख देना लिख देना ओं गणपति,
भाग्य हमारा भी।2।

एक तो लिखना सास ससुरजी,
एक तो लिखना सास ससुरजी,
लिख देना लिख देना ओं गणपति,
प्यारा सजनवा जी,
लिख देना लिख देना ओं गणपति,
भाग्य हमारा भी।3।

एक तो लिखना बेटा और बेटी,
एक तो लिखना बेटा और बेटी,
लिख देना लिख देना ओं गणपति,
बेटे को नौकरिया भी,
लिख देना लिख देना ओं गणपति,
भाग्य हमारा भी।4।

चाहे जितनी लिखना उमरिया,
चाहे जितनी लिखना उमरिया,
लिख देना लिख देना ओं गणपति,
जाऊँ सुहागन ही,
लिख देना लिख देना ओं गणपति,
भाग्य हमारा भी।5।

दूर रहूं मैं पाप दोष से,
दूर रहूं मैं पाप दोष से,
लिख देना लिख देना ओं गणपति,
ऐसी बुद्धि भी,
लिख देना लिख देना ओं गणपति,
भाग्य हमारा भी।6।

लिख देना लिख देना ओ गणपति,
भाग्य हमारा भी,
जैसे सबको दिया सहारा देना,
साथ हमारा भी,
लिख देना लिख देना ओं गणपति,
भाग्य हमारा भी।7।

भगवान गणेश जी की महिमा अपार है, वे अपने भक्तों के जीवन में मंगल ही मंगल भर देते हैं। यह भजन हमें उनकी असीम कृपा का स्मरण कराता है और हमें सच्ची भक्ति की ओर प्रेरित करता है। यदि यह भजन आपको भक्तिरस में डुबो गया हो, तो गजानंद स्वामी कर दो करम, गणपति मेरे अंगना पधारो, आओ गणनायक राजा तेरी दरकार है और भाव सुमन लेकर मैं बैठा गौरी सुत स्वीकार करो जैसे अन्य मधुर भजनों को भी अवश्य पढ़ें और गणपति बप्पा का गुणगान करें। गणपति बप्पा मोरया!

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