कौन कहते हैं गणराज आते नहीं भजन भक्तों की गहरी श्रद्धा और विश्वास को प्रकट करता है। यह भजन हमें यह सिखाता है कि जब कोई सच्चे मन से गणेश जी को पुकारता है, तो वे अवश्य आते हैं और अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएँ पूर्ण करते हैं। भगवान गणपति विघ्नहर्ता हैं, जो अपने भक्तों के जीवन में सुख-समृद्धि और मंगलमय वातावरण की स्थापना करते हैं। इस भजन के माध्यम से भक्त अपने आराध्य से आशीर्वाद प्राप्त करने की प्रार्थना करता है।
Kaun Kahte Hai Ganraj Aate Nahi
कौन कहते है गणराज आते नहीं,
हे गजाजन गणेशा गौरी सुतम,
एकदंतम सदा मंगलम कारकम।1।
कौन कहते है गणराज आते नहीं,
हम तो प्रेम से उनको बुलाते नहीं,
हे गजाजन गणेशा गौरी सुतम,
एकदंतम सदा मंगलम कारकम।2।
कौन कहते है गणराज नाचते नहीं,
गणेश भक्तों के जैसे नचाते नहीं,
हे गजाजन गणेशा गौरी सुतम,
एकदंतम सदा मंगलम कारकम।3।
कौन कहते है गणराज खाते नहीं,
भाव से उनको मोदक खिलाते नहीं,
हे गजाजन गणेशा गौरी सुतम,
एकदंतम सदा मंगलम कारकम।4।
देखो ‘आशु’ बना बावला प्यार में,
बैठा गणपत के चरणों में सत्कार में,
भावना ऐसी तुम क्यों दिखाते नहीं,
तुम तो प्रेम से उनको बुलाते नहीं।5।
हे गजाजन गणेशा गौरी सुतम,
एकदंतम सदा मंगलम कारकम।6।
कौन कहते हैं गणराज आते नहीं भजन हमें यह विश्वास दिलाता है कि गणेश जी अपने भक्तों की पुकार कभी अनसुनी नहीं करते। जब भी कोई भक्त प्रेम और श्रद्धा से उन्हें स्मरण करता है, वे अवश्य आते हैं और कृपा बरसाते हैं। उनकी महिमा अपार है और जो कोई भी उनकी भक्ति करता है, उसे कभी किसी प्रकार की चिंता नहीं रहती। यदि यह भजन आपको भक्तिभाव से भर चुका है, तो पत राखो गौरी के लाल, हम तेरी शरण आए, जय गणेश जय मेरे देवा, गजानंद जी ने ल्यावो रे, मनाय वारी जाऊं चरणन में और पहले गजानन तुमको नमन जैसे अन्य भजनों को भी करें और गणेश जी की कृपा प्राप्त करें। गणपति बप्पा मोरया!

मैं रोहन पंडित, एक श्रद्धालु और हरिद्वार के एक शिव मंदिर में पुजारी हूँ। मैं भक्तों को आरती, मंत्र, चालीसा, स्तोत्र और भजनों की विस्तृत जानकारी अपने वेबसाइट के माध्यम से प्रदान करता हूँ, साथ ही उन्हें पीडीएफ में उपलब्ध कराता हूँ। View Profile 🙏🚩