जय जय नारायण नारायण हरि हरि

जय जय नारायण नारायण हरि हरि भजन भगवान विष्णु की महिमा का उद्घोष है, जिसमें उनके अद्भुत और अपार रूपों का सम्मान किया गया है। यह भजन हमें यह सिखाता है कि श्रीहरि के नाम का जाप न केवल हमारे जीवन को सुख, शांति और आनंद से भरता है, बल्कि वह हमारे सभी कष्टों को भी दूर करते हैं। जब हम पूर्ण श्रद्धा और विश्वास के साथ भगवान विष्णु के पवित्र नाम का स्मरण करते हैं, तो वह हमारी रक्षा करते हैं और हमारे जीवन को दिव्य बना देते हैं।

Jai Jai Narayan Narayan Hari Hari

जय जय नारायण नारायण हरि हरि,
स्वामी नारायण नारायण हरि हरि।
तेरी लीला सब से न्यारी न्यारी हरि हरि,
तेरी महिमा प्रभु है प्यारी प्यारी हरि हरि॥1॥

अलख निरंजन, भवभय भंजन ,जनमन रंजन दाता।
हमें शरण दे अपने चरण में, कर निर्भय जगत्राता।
तुने लाखों की नईया तारी तारी हरि हरि॥2॥

प्रभु के नाम का पारस जो छूले वो हो जाए सोना।
दो अक्षर का शब्द हरि है, लकिन बड़ा सलोना।
उसने संकट टाले भारी भारी हरि हरि॥3॥

जय जय नारायण नारायण हरि हरि भजन हमें श्रीहरि की अपार शक्ति और कृपा का अनुभव कराता है। भगवान विष्णु का नाम लेने से जीवन में सकारात्मकता और शांति का संचार होता है। यदि यह भजन आपके हृदय को भक्ति से भर देता है, तो गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो, श्री हरि विष्णु वंदना, अच्युतं केशवं, और नारायण नाम सुमिरन कर ले जैसे अन्य विष्णु भजनों को भी पढ़ें और करें, जिससे आपकी भक्ति और भी प्रगाढ़ हो सके। 🙏✨

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