जय जय गूँजे जी जयकारों थारा नाम को

जय जय गूँजे जी जयकारों थारा नाम को भजन भगवान विष्णु की महिमा और उनके पावन नाम की गूंज को दर्शाता है। जब भक्त प्रेम और श्रद्धा से श्रीहरि का नाम लेते हैं, तो चारों दिशाओं में उनकी कृपा का प्रकाश फैल जाता है। यह भजन हमें याद दिलाता है कि हर संकट में, हर खुशी में, बस विष्णु जी का स्मरण ही जीवन का सबसे बड़ा सहारा है। आइए, इस भक्ति गीत के शब्दों के माध्यम से भगवान विष्णु की अपार महिमा का गुणगान करें।

Jai Jai Gunje Ji Jaikaro Thara Nam Ko

देव धणी को मन्दिर प्यारो , मालासेरी गाँव जी,
साडू मां का लाल थांको , जग में मोटो नाम जी.
जय जय गूंजे जी जयकारों थारा नाम को.

माह महीना में आप पधारिया , थावर रूड़ो वार जी।
कमल फूल अवतारी , किदो भक्ता को उद्धार जी ॥1॥
जय जय गूंजे जी…….

साडू माता गुजरी , तपस्या किन्ही भारी जी ।
मालासेरी डुंगरिया में , आय मिल्या बनवारी जी ॥2॥
जय जय गूंजे जी………

धन्य मालासेरी डूँगरी , धन्य देमाली धाम जी ।
धन्य साडू मां गुजरी , जोल्या में आया श्याम जी ॥3॥
जय जय गूँजे जी……..

मां साडू का लाडला थें , भुणा जी का बीर जी।
बालपणा गाये चराता , खारी नदी की तीर जी॥4॥
जय जय गूंजे जी………

प्रजापति कैलाश आपको , प्यारो भजन बनायो जी।
चम्पा लाल मालासेरी वालो ,चरणा शीश जुकायो जी ॥5॥
बेड़ो पार लगाओ जी , नारायण थांका दास को ।

भगवान विष्णु का नाम स्वयं में एक दिव्य ऊर्जा है, जिसकी गूंज भक्तों के जीवन को मंगलमय बना देती है। जय जय गूँजे जी जयकारों थारा नाम को भजन हमें यही प्रेरणा देता है कि जब भी हम प्रेमपूर्वक प्रभु को पुकारते हैं, तो उनका आशीर्वाद हमारे जीवन को धन्य कर देता है। यदि यह भजन आपके मन को भक्तिभाव से भर देता है, तो गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो, हरे राम हरे कृष्ण, श्री हरि विष्णु वंदना, और अच्युतं केशवं जैसे अन्य विष्णु भजनों को भी पढ़ें और करें, जिससे भक्ति रस में और अधिक डूब सकें। 🙏✨

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