बता दो जगत | Bata Do Jagat

बता दो जगत भजन जीवन की सच्चाइयों और भगवान की महिमा को उजागर करता है। इसमें भगवान से यह प्रार्थना की जाती है कि वह जगत को सच्चाई और मार्गदर्शन प्रदान करें, ताकि हम सब उनके द्वारा दिखाए गए सत्य के रास्ते पर चल सकें। यह भजन मानवता और परमात्मा के रिश्ते को समझाने का प्रयास करता है, और इस संदेश को फैलाता है कि भगवान ही हमारे जीवन के मार्गदर्शक हैं, जिनकी कृपा से हम अपने जीवन के उद्देश्य को समझ सकते हैं।

Bata Do Jagat

बता दो जगत के मालिक,तेरा दीदार कहाँ होंगा,

कोई ढूढे है काशी मे,कोई ढूढे है काबे में,
पता नही चला किसी को,मेरे सरदार कहाँ होंगे,

कोई भस्मी रमावे अंग,कोई नाम जपे हरदम,
कोई खोजे कन्दराओ मे,मेरे किरतार कहाँ होंगे ,

कोई करे ध्यान योगी जन,रोक कर स्वास ओर मन को,
दशवे द्वार मे खोजे,परवरदिगार कहाँ होगे ,

क्यु भटकता फिरता है,दुनियां के झमेले में,
खोज ले अपने घट भीतर,निराकार वहाँ होगे,

हजारो जतन तु करले,अगन के बीच में तप ले.,
सदानन्द हर घट मे,मेरे सरकार वहाँ होगे ,

बता दो जगत भजन हमें यह समझाता है कि भगवान के सत्य के प्रति हमारे विश्वास से ही हम जीवन के कठिन मार्गों को पार कर सकते हैं। उनके मार्गदर्शन से ही हम सही रास्ते पर चलते हुए अपने जीवन को सार्थक बना सकते हैं। इस भक्ति रस को और गहराई से अनुभव करने के लिए आप श्री हरि की महिमा अपार, गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो, नारायण, नारायण जय गोविंद हरे और संकट हरन श्री विष्णु जी जैसे अन्य भजनों का भी पाठ करें और भगवान श्री कृष्ण की कृपा का अनुभव करें। 🙏💛

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