जगदीश ज्ञानदाता सुख मूल

जगदीश ज्ञानदाता सुख मूल भजन भगवान श्री कृष्ण को सर्वज्ञानी और सुखों के स्रोत के रूप में प्रतिष्ठित करता है। यह भजन भगवान श्री कृष्ण की दिव्यता और उनके ज्ञान के महत्व को दर्शाता है, जो हमें सही मार्ग दिखाता है और जीवन को शांतिपूर्ण बनाता है। भगवान श्री कृष्ण ही हैं, जो जीवन के हर कठिनाई को सरल बनाने के लिए हमें सही ज्ञान और मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। इस भजन के माध्यम से भक्त भगवान के इस दिव्य ज्ञान के लिए कृतज्ञता व्यक्त करता।

Jagdish Gyandata Sukh Mul

जगदीश ज्ञानदाता सुख-मूल, शोक-हारी,
भगवान तुम सदा हो निष्पक्ष न्यायकारी,

सब काल सर्वज्ञाता सविता पिता विधाता,
सबमें रमे हुए हो तुम विश्व के बिहारी,

कर दो बलिष्ठ आत्मा, घबरा न जाएँ दुःख से,
कठिनाइयों का जिससे, तर जाएँ सिंधु भारी,

निश्चित दया करोगे, हम माँगते यही हैं,
हमको मिले स्वयं ही, उठने की शक्ति सारी,

जगदीश ज्ञानदाता सुख मूल भजन हमें यह सिखाता है कि भगवान श्री कृष्ण ही हमारे जीवन के असली मार्गदर्शक हैं, जो हमें हर परिस्थिति में ज्ञान और शांति प्रदान करते हैं। उनका नाम और आशीर्वाद ही हमें सच्चे सुख की प्राप्ति दिलाता है। जब हम भगवान श्री कृष्ण के ज्ञान और भक्ति में समर्पित होते हैं, तो हम अपने जीवन के हर पहलू में दिव्यता और सुख का अनुभव करते हैं। इस भक्ति रस को और गहराई से अनुभव करने के लिए आप श्री हरि की महिमा अपार, गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो, नारायण, नारायण जय गोविंद हरे और संकट हरन श्री विष्णु जी जैसे अन्य भजनों का भी पाठ करें और भगवान श्री कृष्ण की कृपा का अनुभव करें। 🙏💛

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