जिनके ओजस्वी वचनों से गूंज उठा था विश्व गगन

जिनके ओजस्वी वचनों से गूंज उठा था विश्व गगन — यह गीत उन महान विभूतियों को समर्पित है, जिनके तेजस्वी शब्दों ने पूरे विश्व को आलोकित किया। ऐसे महापुरुष, जिन्होंने सत्य, धर्म और राष्ट्रप्रेम का संदेश दिया, उनके विचार सदैव प्रेरणा के स्रोत बने रहेंगे। यह गीत हमें अपने पूर्वजों की गौरवशाली वाणी और उनके बलिदानों को स्मरण करने के लिए प्रेरित करता है, जिससे हम उनके दिखाए मार्ग पर चलकर देश और समाज की सेवा कर सकें।

Jinake Ojasvi Vachano Se Gunj Utha Tha Vishwa Gagan

जिनके ओजस्वी वचनों से,
गूंज उठा था विश्व गगन,
वही प्रेरणा पूञ्ज हमारे,
स्वामी पूज्य विवेकानंद।।1।।

जिनके माथे गुरुकृपा थी,
दैविक गुण आलोक भरा,
अद्भुत प्रज्ञा प्रकटी जग में,
धन्य धन्य यह पुण्य धरा,
सत्य सनातन परम ज्ञान का,
जो करते अभिनव चिंतन,
वही प्रेरणा पूञ्ज हमारे,
स्वामी पूज्य विवेकानंद।।2।।

जिनका फौलादी भुजबल था,
हर संकट में सदा अटल,
मर्यादित तेजस्वी जीवन,
सजग समर्पित था हर पल,
हो निर्भय जो करे गर्जना,
जिनके अंतस दिव्य अगन,
वही प्रेरणा पूञ्ज हमारे,
स्वामी पूज्य विवेकानंद।।3।।

जिनके रोम रोम में करुणा,
समरस जनजीवन की चाह,
नष्ट करे सारे भेदों को,
सेवाव्रत ही सच्ची राह,
दरिद्र ही नाराणय जिनका,
हर धड़कन में अपनापन,
वही प्रेरणा पूञ्ज हमारे,
स्वामी पूज्य विवेकानंद।।4।।

जिनके मन था स्वप्न महान,
हो भारत का पुनरुत्थान,
जीवनदीप जलाकर पायें,
गौरवमय वैभव सम्मान,
जगती में सब सुखद सुमंगल,
बहे सुगन्धित मुक्त पवन,
वही प्रेरणा पूञ्ज हमारे,
स्वामी पूज्य विवेकानंद।।5।।

जिनके ओजस्वी वचनों से,
गूंज उठा था विश्व गगन,
वही प्रेरणा पूञ्ज हमारे,
स्वामी पूज्य विवेकानंद।।6।।

जिनके ओजस्वी वचनों से गूंज उठा था विश्व गगन गीत हमें यह सिखाता है कि विचारों की शक्ति तलवार से अधिक प्रभावी होती है। जब हम अपने राष्ट्र की समृद्धि के लिए सशक्त और ओजस्वी वाणी का उपयोग करते हैं, तभी सही मायने में हम अपनी संस्कृति और पहचान को आगे बढ़ाते हैं। यदि यह गीत आपके मन में देशप्रेम की भावना जाग्रत करता है, तो Tarun Veer Desh Ke Murt Veer Desh Ke – Deshbhakti Geet, Aye mere Vatan Ke Logo zara Ankh Me Bhar Lo Pani, Mera Rangde Basanti Chola – Deshbhakti Geet जैसे अन्य गीतों को भी पढ़ें और अपने कर्तव्यों का पालन करें। जय हिंद! 🇮🇳🙏

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