मैं धनुष बाण श्री राम से लेकर चक्र कन्हैया से लूंगा लिरिक्स

मैं धनुष बाण श्री राम से लेकर, चक्र कन्हैया से लूंगा गीत केवल एक गीत नहीं, बल्कि एक संकल्प है जो हमें धर्म और सत्य की राह पर चलने की प्रेरणा देता है। यह गीत हमें याद दिलाता है कि भगवान श्रीराम का धनुष हमें अन्याय के विरुद्ध खड़ा होने की शक्ति देता है, जबकि भगवान श्रीकृष्ण का चक्र अधर्म का अंत करने का संदेश देता है। यह गीत केवल भक्ति का प्रतीक नहीं, बल्कि कर्मयोग और धर्मरक्षा का संदेश भी देता है।

Mai Dhanush Baan Shri Ram Se Lekar Chakra Kanhaiya Se Lunga

मैं धनुष बाण श्री राम से लेकर,
चक्र कन्हैया से लूंगा,
अब सीमा पर जाकर मैं भी,
दुश्मन से टक्कर लूंगा।।1।।

पापा हुए शहीद सुना है,
चिंता मत करना मम्मी,
मेरे होते किसी बात से,
बिल्कुल मत डरना मम्मी,
देश के दुश्मन मार के मैं,
पापा का बदला ले लूंगा,
अब सीमा पर जाकर मैं भी,
दुश्मन से टक्कर लूंगा।।2।।

पापा ने भारत मां की,
सेवा कर पुण्य कमाया हैं,
जो कर्जा था सर पर उनके,
उसको आज चुकाया हैं,
मौका मिला तो देश के लिए,
मस्तक मैं कटवा दूंगा,
अब सीमा पर जाकर मैं भी,
दुश्मन से टक्कर लूंगा।।3।।

बात आज बजरंगबली से,
सपने में कर ली मम्मी,
बजरंगी नै गोटा देने की,
हां भी कर ली मम्मी,
दुश्मन के सर गधा से अब,
मैं चूर चूर कर दूंगा माँ,
अब सीमा पर जाकर मैं भी,
दुश्मन से टक्कर लूंगा।।4।।

आज गोलिया और राइफल,
सुन ले मेरे खिलौने हैं,
सिर पर मेरे हाथ है जिनका,
वो तो श्याम सलोने है,
पापा ड्यूटी से जब आना,
छोटी सी गुड़िया लाना,
ले आना या ना लाना पर,
पापा जल्दी घर आना,
पापा आप हो जान मेरी,
जान कहां मैं ढूंढूंगा,
अब सीमा पर जाकर मैं भी,
दुश्मन से टक्कर लूंगा।।5।।

मैं धनुष बाण श्री राम से लेकर,
चक्र कन्हैया से लूंगा,
अब सीमा पर जाकर मैं भी,
दुश्मन से टक्कर लूंगा।।6।।

गुरु देव जी के गीत सदैव हमें धर्म, साहस और राष्ट्रभक्ति की भावना से ओत-प्रोत करते हैं। मैं धनुष बाण श्री राम से लेकर, चक्र कन्हैया से लूंगा गीत हमें यह प्रेरणा देता है कि हम अपने जीवन में धर्म और सत्य के मार्ग को कभी न छोड़ें। जब हम भगवान श्रीराम के धनुष की दृढ़ता और श्रीकृष्ण के चक्र की चतुराई को अपनाते हैं, तब हम किसी भी अन्याय का डटकर सामना कर सकते हैं। यह गीत हमें हमारे कर्तव्य और आत्मबल की याद दिलाता है, जिससे हम अपने जीवन में हर कठिनाई को पार कर सकें। यदि इस गीत ने आपके हृदय में धर्म और शक्ति की भावना जागृत की है, तो देश उठेगा अपने पैरों, निज गौरव के भान से , भारत जागो, विश्व जगाओ, अपना दिव्य रूप प्रकटाओ , अब जाग उठो, कमर कसो, मंजिल की राह बुलाती है और पराक्रमी अध्याय लिखेंगे, ले दृढ़ता से ठान, जय जय हिंदुस्तान जैसे अन्य गीतों को भी पढ़ें और अपने भीतर भक्ति व कर्तव्यनिष्ठा की भावना को और सशक्त करें। 🙏🚩

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