अब के बरस तुझे धरती की रानी कर देंगे

गुरु देव जी के भजन हमें राष्ट्रभक्ति और मातृभूमि के प्रति समर्पण की भावना से जोड़ते हैं। अब के बरस तुझे धरती की रानी कर देंगे भजन भारत माता के सम्मान और गौरव को स्थापित करने का संदेश देता है। जब हम इसे पढ़ते या करते हैं, तो हमारे हृदय में मातृभूमि के प्रति प्रेम और उसे सशक्त बनाने की प्रेरणा जागृत होती है। आइए, इस भजन के माध्यम से अपने कर्तव्यों को पहचानें और देश की सेवा के लिए संकल्प लें।

Ab Ke Baras Tujhe Dharati Ki Rani Kar Denge

अब के बरस तुझे,
धरती की रानी कर देंगे,
अब के बरस तेरी,
प्यासों में पानी भर देंगे,
अब के बरस तेरी,
चुनर को धानी कर देंगे,
अब के बरस,
ये दुनिया तो फानी है हो,,
बहता सा पानी है हो,,
तेरे हवाले ये ज़िंदगानी,
ये ज़िंदगानी कर देंगे,
अब के बरस
अब के बरस तुझें,
धरती की रानी कर देंगे,
अब के बरस।।1।।

दुनिया की सारी दौलत से,
इज़्ज़त हमको प्यारी,
मुट्ठी में किस्मत है अपनी,
हमको मेहनत प्यारी,
मिट्टी की कीमत का जग में,
कोई रतन नही है,
ज़िल्लत के जीवन से बदतर,
कोई कफ़न नही है,
देश का हर दीवाना अपने,
प्राण चीर कर बोला,
बलिदानों के खून से अपना,
रंग लो बसंती चोला,
अबके हमने जानी है हो,,
अपने मन में ठानी है हो,,
हमलावरो की ख़तम कहानी,
ख़तम कहानी कर देंगे,
अब के बरस
अब के बरस तुझें,
धरती की रानी कर देंगे,
अब के बरस।।2।।

सुख सपनो के साथ हज़ारों,
दुख भी तूने झेले,
हंसी खुशी से भीगे फागुन,
अब तक कभी ना खेले,
चारों ओर हमारे बिखरे,
बारूदी अफ़साने,
जलती जाती शमा जलते,
जाते है परवाने,
फिर भी हम ज़िंदा है,
अपने बलिदानों के बल पर,
हर शहीद फरमान दे गया,
सीमा पर जल जल कर,
यारों टूट भले ही जाना,
लेकिन कभी ना झुकना,
कदम कदम पर मौत मिलेगी,
फिर भी तुम ना रुकना,
बहुत सह लिया अब ना सहेंगे,
सीने भड़क उठे है,
नस नस में बिजली जागी है,
बाज़ू फ़ड़क उठे है,
सिंहासन की खेर करो,
ज़ुल्मो के ठेकेदारों,
देश के बेटे जाग उठे,
तुम अपनी मौत निहारो,
अंगारो का जश्न मनेगा,
हर शोला जागेगा,
बलिदानों की इस धरती से,
हर दुश्मन भागेगा,
हमने कसम निभानी है,
देनी हर क़ुर्बानी है,
हमने कसम निभानी है,
देनी हर क़ुर्बानी है,
अपने सरों की,
अपने सरों की,
अंतिम निशानी भर देंगे,
अब के बरस
अब के बरस
अब के बरस तुझें,
धरती की रानी कर देंगे,
अब के बरस।।3।।

अब के बरस तुझे,
धरती की रानी कर देंगे,
अब के बरस तेरी,
प्यासों में पानी भर देंगे,
अब के बरस तेरी,
चुनर को धानी कर देंगे,
अब के बरस,
ये दुनिया तो फानी है हो,,
बहता सा पानी है हो,,
तेरे हवाले ये ज़िंदगानी,
ये ज़िंदगानी कर देंगे,
अब के बरस
अब के बरस तुझें,
धरती की रानी कर देंगे,
अब के बरस।।4।।

गुरु देव जी के भजन हमें अपने राष्ट्र और संस्कृति के उत्थान के लिए प्रेरित करते हैं। अब के बरस तुझे धरती की रानी कर देंगे भजन हमें यह सीख देता है कि सच्चा प्रेम और समर्पण कर्म के द्वारा प्रकट होता है। यदि यह भजन आपके हृदय को छू गया हो, तो Aaya Bulawa Bharat Maa Ka Mera Hi Naam Pratham Likha Hai, Azadi Ki Dulhan Ka Shringar Abhi Tak Baki Hai, Hai Prit Jaha Ki Reet Sada – Deshbhakti Geet जैसे अन्य भजनों को भी पढ़ें और आध्यात्मिक प्रेरणा प्राप्त करें। 🙏✨

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