गुरु देव जी के भजन सदैव हमें समाज और राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों की याद दिलाते हैं। आजादी की दुल्हन का श्रृंगार अभी तक बाकी है भजन हमें यह बोध कराता है कि स्वतंत्रता केवल प्राप्त करने की चीज नहीं, बल्कि उसे संवारने और संरक्षित रखने की निरंतर प्रक्रिया है। जब हम इसे पढ़ते या करते हैं, तो हमारे मन में राष्ट्र के विकास और उन्नति में योगदान देने का उत्साह जागृत होता है।
Aajadi Ki Dulhan Ka Shringar Abhi Tak Baki Hai
आजादी की दुल्हन का,
श्रृंगार अभी तक बाकी है।
है जंग हमारी खुद हमसे,
और जीत अभी तक बाकी है।।1।।
हमने मंगल जीत लिया,
चंदा पे पानी सींच दिया,
गाड़ी को बदला तेजस से,
पर्वत पे फंदा खींच दिया,
पर भूखे मरते भारत का,
सम्मान अभी तक बाकी है।
है जंग हमारी खुद हमसे,
और जीत अभी तक बाकी है।।2।।
पगडंडी को रोड़ बना,
जल थल की सीमा लांघ गए,
मरुधर में छाई हरियाली,
और कच्छ में छाई दिवाली,
पर मजदूरों के छालों पर,
अभी रोक लगाना बाकी है।
है जंग हमारी खुद हमसे,
और जीत अभी तक बाकी है।।3।।
शिक्षा बढ़ी और ज्ञान बढा,
समृद्धि का संसार बना,
स्वस्थ बना परिवार सजन,
सम्मान का रुख प्रसस्थ हुआ,
पर स्वार्थी सर्पो के मुख से,
संविधान का लाना बाकी है।
है जंग हमारी खुद हमसे,
और जीत अभी तक बाकी है।।4।।
देवी बनी है अबला अब,
कुपित कुष्ट है शरमाया,
अधर्मी बना है धर्म धुरंदर,
डर दहशत में शरमाया,
ऋषियों की भूमि पे,
राम राज्य आना बाकी है।
है जंग हमारी खुद हमसे,
और जीत अभी तक बाकी है।।5।।
आजादी की दुल्हन का,
श्रृंगार अभी तक बाकी है।
है जंग हमारी खुद हमसे,
और जीत अभी तक बाकी है।।6।।
गुरु देव जी के भजन केवल भक्ति का ही नहीं, बल्कि समाज और राष्ट्र को सशक्त करने का संदेश भी देते हैं। आजादी की दुल्हन का श्रृंगार अभी तक बाकी है भजन हमें अपने कर्तव्यों की याद दिलाकर, देश को और सुंदर और सशक्त बनाने की प्रेरणा देता है। यदि यह भजन आपके हृदय को छू गया हो, तो Hai Prit Jaha Ki Reet Sada – Deshbhakti Geet, Hum Laye Hai Tufan Se Kishti NikaKe – Deshbhakti Geet, I Love May India – Deshbhakti Geet जैसे अन्य भजनों को भी पढ़ें और आध्यात्मिक ऊर्जा प्राप्त करें। 🙏✨