शनिवार का दिन भगवान शनि देव की उपासना के लिए अति शुभ माना जाता है। इस दिन उनकी पूजा-अर्चना करने से जीवन के सभी संकटों का नाश होता है और भक्तों को शनि देव की कृपा प्राप्त होती है। आज शनिवार है, शनि देवा का वार है भजन हमें शनिदेव की महिमा का स्मरण कराता है और उनकी भक्ति के प्रति हमारी श्रद्धा को प्रगाढ़ करता है। आइए, इस भजन के माध्यम से शनिदेव को नमन करें और उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।
Aaj Shanivar Hai Shani Deva Ka Vaar Hai
आज शनिवार है शनि देवा का वार है,
शिंगणा पुर दरबार है सूर्ये पुत्र छाया नंदन करते वेडा पार है,
आज शनिवार है …
सब देवो में शनिदेवा नया दीश कहलाते है,
जैसे कर्म करे गा इंसान वैसा फल दिलाते है,
महिमा अप्रम पार है शनि देव का वार है,
सूर्ये पुत्र छाया नंदन करते वेडा पार है,
आज शनिवार है …
यमराज और यमुना मैया भाई बहन कहाते है,
छाया मात के पुत्र ये बेडा पार लगाते है,
करते भव से पार है शनि देव का वार है,
सूर्ये पुत्र छाया नंदन करते वेडा पार है,
आज शनिवार है …
शनिवार को शनि मंदिर में जा जो तेल चढ़ाये गा,
काली उदंड और तिल कील से पूजन जो करवाए गा,
पाता इनका प्यार है शनिदेव का बार है,
सूर्ये पुत्र छाया नंदन करते वेडा पार है,
आज शनिवार है …
शनि देव को लोहा और मेहसी लगदी प्यारी है,
नीलाम्बर में साज रही शनिदेव की मूरत न्यारी है,
होती जय जय कार है शनिदेव का वार है,
सूर्ये पुत्र छाया नंदन करते वेडा पार है,
आज शनिवार है …
शनि देव की पूजा और उनकी भक्ति से जीवन में स्थिरता, संतुलन और समृद्धि आती है। शनिवार के दिन उनकी उपासना करना अति फलदायी होता है, जिससे शनि देव की असीम कृपा प्राप्त होती है। यदि यह भजन आपको प्रेरणादायक लगा, तो शनि चालीसा, शनि अष्टक, शनि स्तोत्र, और शनि देव की आरती को भी पढ़ें और शनि देव की कृपा प्राप्त करें। 🙏

मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। जय सनातन धर्म