शनि शिंगणापुर, जहां स्वयं शनि देव का वास है, करोड़ों भक्तों की आस्था का केंद्र है। यहां आने वाले श्रद्धालु अपने जीवन के कष्टों से मुक्ति पाते हैं और शनिदेव की कृपा का अनुभव करते हैं। शनि शिंगणापुर से मेरा भाग भजन शनि देव की महिमा और उनके पावन धाम की महत्ता को दर्शाता है। यह भजन हमें उनकी भक्ति की ओर आकर्षित करता है और उनके आशीर्वाद से जीवन को सुखमय बनाने की प्रेरणा देता है।
Shani Shingnapur Se Mera Bhag
शनि शिंगणापुर से मेरा भाग खुल गया रे,
जादू हो गया रे कैसा जादू हो गया रे,
बचपन से सुनता आया शनि की कहानी रे,
आज मुझे याद आई अमृत की वाणी रे,
सपने में कोई मुझे मंत्र दे गया रे,
जादू हो गया रे कैसा जादू हो गया,
जाग उठा मैं तो लगी दर्शन की आस रे,
शनि रूप देखु गा तो भुजे गई प्यास रे,
जीवन में ऐसा शुभ दिन तो आ गया रे,
जादू हो गया रे कैसा जादू हो गया रे,
पौहंच गया मंदिर तो गाई शनि प्राथना,
समाधि की अवस्था में डूभ गई भावना,
अपनी धुन में मगन हुआ होश खो गया रे,
जादू हो गया रे कैसा जादू हो गया रे,
आशीर्वाद देके मुझे शनि ने उठाया,
मेरे मन की शरधा से भगति को लुटाया,
हाथो में पुण्य का परशाद मिल गया रे,
जादू हो गया रे कैसा जादू हो गया रे,
शनि शिंगणापुर में सच्चे मन से की गई प्रार्थना कभी व्यर्थ नहीं जाती। शनिदेव अपने भक्तों पर कृपा बरसाते हैं और उन्हें सही राह दिखाते हैं। यदि यह भजन आपको भक्तिभाव से भर दे, तो शनि चालीसा, शनि अष्टक, शनि स्तोत्र, और शनि देव की आरती को भी पढ़ें और शनि देव की असीम कृपा का अनुभव करें। 🙏

मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। जय सनातन धर्म