शनि देव को समर्पित भजनों का गायन और पाठ जीवन में शांति, स्थिरता और संतुलन लाने का एक प्रभावी माध्यम है। जय जय हे शनि राज देव भजन शनि देव की महिमा का गुणगान करता है और उनकी कृपा की कामना करता है। जब हम श्रद्धा से शनि देव की आराधना करते हैं, तो वे हमारे सभी संकटों को दूर कर हमें सफलता और समृद्धि प्रदान करते हैं। आइए, इस भजन के माध्यम से उनकी भक्ति में लीन हों।
Jai Jai Hey Shani Raj Dev
जय जय हे शनि राज देव तेरी जय जय कार,
तू ही मेरी सुख शांति है तू ही मेरा आधार,
जय जय हे शनि राज देव तेरी जय जय कार,
तू ही मेरी सुख शांति है तू ही मेरा आधार॥1॥
जय जय हे शनि राज देव तेरी जय जय कार,
जय जय हे शनि राज देव तेरी जय जय कार,
जय जय हे शनि राज देव तेरी जय जय कार……
नीलवर्ण की छवि तुम्हारी,
ग्रहमंडल का तू बलिहारी,
नीलवर्ण की छवि तुम्हारी,
ग्रहमंडल का तू बलिहारी,
तेरे चरण में शरणागत है देवलोक संसार,
तू ही मेरी सुख शांति है तू ही मेरा आधार,
तू ही मेरी सुख शांति है तू ही मेरा आधार॥2॥
जय जय हे शनि राज देव तेरी जय जय कार,
जय जय हे शनि राज देव तेरी जय जय कार,
जय जय हे शनि राज देव तेरी जय जय कार……
उग्र मंगला माहा प्रतापी,
तामस मूर्ति तू माहा कोपि,
उग्र मंगला माहा प्रतापी,
तामस मूर्ति तू माहा कोपि,
तेजोमय तू सूर्य पुत्र है धन्य तेरा अवतार,
तू ही मेरी सुख शांति है तू ही मेरा आधार,
तू ही मेरी सुख शांति है तू ही मेरा आधार॥3॥
जय जय हे शनि राज देव तेरी जय जय कार,
जय जय हे शनि राज देव तेरी जय जय कार,
जय जय हे शनि राज देव तेरी जय जय कार……
क्रोध तुम्हारा विनाशकारी,
दया कृपा हो तारणहारी,
क्रोध तुम्हारा विनाशकारी,
दया कृपा हो तारणहारी,
एक ही याचना एक ही प्रार्थना तू ही करे उद्धार,
तू ही मेरी सुख शांति है तू ही मेरा आधार,
तू ही मेरी सुख शांति है तू ही मेरा आधार॥4॥
जय जय हे शनि राज देव तेरी जय जय कार,
जय जय हे शनि राज देव तेरी जय जय कार,
जय जय हे शनि राज देव तेरी जय जय कार,
जय जय हे शनि राज देव तेरी जय जय कार,
तू ही मेरी सुख शांति है तू ही मेरा आधार,
जय जय हे शनि राज देव तेरी जय जय कार,
तू ही मेरी सुख शांति है तू ही मेरा आधार,
जय जय हे शनि राज देव तेरी जय जय कार……….
शनि देव की उपासना से हमें हमारे कर्मों का सही मार्गदर्शन मिलता है और जीवन की कठिनाइयाँ दूर होती हैं। उनकी कृपा से हर संकट टल जाता है और शुभता का संचार होता है। यदि यह भजन आपको प्रेरणादायक लगा, तो शनि चालीसा, शनि अष्टक, शनि स्तुति, और शनि देव की आरती को भी पढ़ें और शनि देव की असीम कृपा का अनुभव करें। 🙏

मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। 🚩 जय सनातन धर्म 🚩