माँ पार्वती, जो भगवान शिव की अर्धांगिनी और शक्ति की प्रतीक हैं, उनके मंत्र का जाप कई प्रकार के आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए किया जाता है। पार्वती मंत्र के माध्यम से मनोकामनाओं की पूर्ति, सुख-शांति, और सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव किया जा सकता है। Parvati Mantra का जाप किसी भी समस्या का समाधान कर सकता है, चाहे वह विवाह में देरी, वैवाहिक जीवन में सुख या व्यक्तिगत समस्याएं हों।
Parvati Mantra
माता पार्वती को प्रसन्न करने के लिए
‘ऊँ उमामहेश्वराभ्यां नमः’’
‘ऊँ गौरये नमः
इच्छाओं की पूर्ति के लिए
‘ऊँ साम्ब शिवाय नमः’
’’ऊँ पार्वत्यै नमः
घर में सुख- शांति बनाए रखने के लिए
मुनि अनुशासन गनपति हि पूजेहु शंभु भवानि।
कोउ सुनि संशय करै जनि सुर अनादि जिय जानि’।
इच्छा अनुसार वर पाने के लिए
हे गौरी शंकरार्धांगी। यथा त्वं शंकर प्रिया।
तथा मां कुरु कल्याणी, कान्त कान्तां सुदुर्लभाम्।।
कार्य में सफलता प्राप्ति हेतु
ऊँ ह्लीं वाग्वादिनी भगवती मम कार्य सिद्धि कुरु कुरु फट् स्वाहा।
इच्छित वर- वधू की प्राप्ति के लिए
अस्य स्वयंवरकलामंत्रस्य ब्रह्मा ऋषिः,
अतिजगति छन्दः,
देवीगिरिपुत्रीस्वयंवरादेवतात्मनोऽभीष्ट,
सिद्धये मंत्र जपे विनियोगः।
विवाह संबंधित समस्याओं को दूर करने के लिए
ॐ क्लीं पार्वती पतये हर हर महादेव
शारीरिक एवं मानसिक समस्याओं को दूर करने के लिए
“ॐ दुं दुं दुं द्रां त्रां त्रां क्लीं पार्वत्यै नमः”
आध्यात्मिक उन्नति के लिए
ॐ ह्लीं पार्वत्यै स्वाहा
माँ पार्वती मंत्र का जाप आपके जीवन में सुख, शांति, और धार्मिक ऊर्जा का संचार कर सकता है। इसे नियमित रूप से जाप करें और अपने जीवन में आ रहे विवाह संबंधित बाधाओं को दूर करें। इसके साथ साथ parvati swayamvar mantra in hindi और om namah parvati pataye har har mahadev मंत्र का भी जाप करें और मंत्र जाप के बाद parvati ji ki aarti जरूर करे ये आपके जाप को पूर्णता प्रदान करता है।
शिव पार्वती मंत्र का जाप कैसे करें?
- एक उपयुक्त समय का चयन करें: शुक्रवार, शुक्ल पक्ष और पूर्णिमा को इस मंत्र का जाप सबसे उत्तम माना जाता है। इन तिथियों में विशेष रूप से माँ पार्वती की पूजा का महत्व होता है।
- स्वच्छता और पवित्रता: मंत्र जाप से पहले स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें। पूजा स्थल को साफ और पवित्र बनाएं, ताकि पूरे वातावरण में धार्मिक ऊर्जा का संचार हो सके।
- पूजा विधि: भगवान शिव और माँ पार्वती की पूजा करें। शिवलिंग पर दूध, जल और फल अर्पित करें। फिर, इनके मंत्र का जाप शुरू करें।
- मंत्र जाप: माला का प्रयोग करके 108 बार इनके मंत्र का जाप करें। मंत्र जाप करते समय नकारात्मक विचारों से दूर रहकर सकारात्मकता और विश्वास के साथ जाप करें।
- नियमितता बनाए रखें: 21 दिनों तक नियमित रूप से मंत्र का जाप करने से शीघ्र परिणाम प्राप्त होते हैं। साथ ही, गरीब कन्याओं को भोजन कराना और माँ पार्वती को फूल अर्पित करना भी अच्छा होता है।
FAQ
इनके मंत्रों का जाप कितने समय तक करना चाहिए?
इसे 21 दिन तक लगातार करना चाहिए।
क्या इस मंत्र का जाप सिर्फ महिलाएं कर सकती हैं?
नहीं, यह मंत्र सभी के लिए है, पुरुष और महिलाएं दोनों ही इसे जाप कर सकते हैं।
क्या मंत्र जाप के दौरान कोई विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है?
जी हां, मंत्र जाप के दौरान स्वच्छता, सकारात्मकता, और नियमितता का पालन करना चाहिए।
इनके मंत्रों से क्या लाभ प्राप्त होते हैं?
सकारात्मक ऊर्जा, सुख-शांति, और विवाह में आ रही रुकावटों को दूर करने में मदद मिलती है।

मैं आचार्य सिद्ध लक्ष्मी, सनातन धर्म की साधिका और देवी भक्त हूँ। मेरा उद्देश्य भक्तों को धनवंतरी, माँ चंद्रघंटा और शीतला माता जैसी दिव्य शक्तियों की कृपा से परिचित कराना है।मैं अपने लेखों के माध्यम से मंत्र, स्तोत्र, आरती, पूजन विधि और धार्मिक रहस्यों को सरल भाषा में प्रस्तुत करती हूँ, ताकि हर श्रद्धालु अपने जीवन में देवी-देवताओं की कृपा को अनुभव कर सके। यदि आप भक्ति, आस्था और आत्मशुद्धि के पथ पर आगे बढ़ना चाहते हैं, तो मेरे लेख आपके लिए एक दिव्य प्रकाश बन सकते हैं। View Profile 🚩 जय माँ 🚩