ॐ जय साईं नाथ भजन साईं बाबा की महिमा और उनकी कृपा का गुणगान करता है। यह भजन सुनते ही भक्तों के मन में भक्ति का संचार होता है और वे अपने सारे दुःख बाबा के चरणों में समर्पित कर देते हैं। इस भजन के माध्यम से हम साईं बाबा की असीम कृपा को महसूस कर सकते हैं, जो भक्तों की हर पुकार सुनते हैं और उनके जीवन में सुख-शांति भर देते हैं।
Om Sai Sai Nath Jay Sai Nath Aadi Na Ant Tumhara Lyrics
ॐ जय साईं नाथ,
जय साईं नाथ,
आदि ना अंत तुम्हारा,
तुम्हे श्रद्धा नमन हमारा,
धरती पर रहकर प्रभू तुमने,
तन अम्बर तक विस्तारा,
ॐ जय साई नाथ,
जय साईं नाथ,
आदि ना अंत तुम्हारा,
तुम्हे श्रद्धा नमन हमारा।।
मेरु समान वृहद वक्षस्थल,
और भुजदंड दिशाएं,
उन्नत भाल विशाल सुलोचन,
पद बैकुंठ लजाए,
उन्नत भाल विशाल सुलोचन,
पद बैकुंठ लजाए,
प्रभु तुम हो जहाँ रहता है वहां,
उजियारा ही उजियारा,
ॐ जय साई नाथ,
जय साई नाथ,
आदि ना अंत तुम्हारा,
तुम्हे श्रद्धा नमन हमारा।।
हम तो तुमसे जोड़ के बैठे,
नाते दुनिया वाले,
रूप विराट दिखाकर तुमने,
मन अचरज में डाले,
रूप विराट दिखाकर तुमने,
मन अचरज में डाले,
साईं नाथ हमे फिर लौटा दो,
वही सहज रूप मनहारा,
ॐ जय साईं नाथ,
जय साई नाथ,
आदि ना अंत तुम्हारा,
तुम्हे श्रद्धा नमन हमारा।।
ईश्वरीय आलोक लिए प्रभू,
मानव रूप धरे हो,
चमत्कार ही चमत्कार से,
तुम सम्पूर्ण भरे हो,
चमत्कार ही चमत्कार से,
तुम सम्पूर्ण भरे हो,
सौभाग्य जुड़े तब दर्शन का,
सौभाग्य मिले सुखकारा,
ॐ जय साई नाथ,
जय साई नाथ,
आदि ना अंत तुम्हारा,
तुम्हे श्रद्धा नमन हमारा।।
ॐ जय साई नाथ,
जय साई नाथ,
आदि ना अंत तुम्हारा,
तुम्हे श्रद्धा नमन हमारा,
धरती पर रहकर प्रभू तुमने,
तन अम्बर तक विस्तारा,
ॐ जय साई नाथ,
जय साईं नाथ,
आदि ना अंत तुम्हारा,
तुम्हे श्रद्धा नमन हमारा।।
साईं बाबा की भक्ति से जीवन में सुकून और शांति मिलती है। उनका नाम जपने मात्र से मन को अद्भुत ऊर्जा और शांति का अनुभव होता है। अगर यह भजन आपको साईं की भक्ति में लीन कर गया, तो “साईं तेरी शिरडी का बड़ा सुंदर नजारा है”, “ले चलो रे पालकी शिरडी के लाल की”, “रोज थोड़ा-थोड़ा साईं का भजन कर ले”, “थोड़ा ध्यान लगा, साईं दौड़े-दौड़े आएंगे” जैसे और भी भक्तिमय भजन आपको साईं बाबा के और करीब ले जाएंगे। साईं बाबा का आशीर्वाद आप पर बना रहे! ????

मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। जय सनातन धर्म