भक्ति का सबसे सरल और प्रभावी मार्ग नाम-स्मरण है। साईं राम जपोगे तो तर जाओगे भजन साईं बाबा के नाम की महिमा को दर्शाता है। जब हम सच्चे मन से साईं राम का जाप करते हैं, तो सभी संकट दूर हो जाते हैं, मन को शांति मिलती है और जीवन सफल हो जाता है। यह भजन हमें बाबा की कृपा का स्मरण कराता है और उनकी शरण में आने का संदेश देता है।
Sai Ram Japoge To Tar Jaoge
भक्त़ो को है समझाया,
जीवन यह अगर पाया,
बाबा ने ये समझाया,
साँई राम जपोगे तो तर जाओगे,
नाम जपोगे तो तर जाओगे।।
जीवन है ये पानी का रैला,
दो दिन का है बस ये मैला,
साँसो का भी क्या भरोसा है,
दे जाएगी कब ये धोखा है,
कर्म अपने सबही करना,
ईश्वर का भजन करना,
यह बात न बिसरना,
साँई राम जपोगे तो तर जाओगे,
नाम जपोगे तो तर जाओगे।।
आए यहाँ हो किस लिए,
नर तन मिला है किस लिए,
जीवन का मकसद भी मिल जाएगा,
जीवन ये तेरा सँवर जाएगा,
दौलत पे न इतराना,
जीवन का क्या ठिकाना,
ये बात न भुलाना,
साँई राम जपोगे तो तर जाओगे,
नाम जपोगे तो तर जाओगे।।
साँई बाबा के द्वार पर आजाए,
जो कोई अगर बाबा,
दया उनपे करते है,
झोली भी सबकी वो भरते है,
जो चल के सिरडी आया,
बाबा को सर झुकाया,
फिर उसने भी यह गाया,
साँई राम जपोगे तो तर जाओगे,
नाम जपोगे तो तर जाओगे।
भक्त़ो को है समझाया,
जीवन यह अगर पाया,
बाबा ने ये समझाया,
साँई राम जपोगे तो तर जाओगे,
नाम जपोगे तो तर जाओगे।।
साईं बाबा का नाम जपने से हर मनोकामना पूर्ण होती है और जीवन की सभी परेशानियाँ स्वतः ही समाप्त हो जाती हैं। उनकी कृपा से भक्तों को सच्चा मार्गदर्शन और आत्मिक शांति मिलती है। साईं बाबा की भक्ति में और अधिक डूबने के लिए इन भजनों को भी पढ़ें: “साईं साईं की जपले तू माला, भव तारे मेरा शिरडी वाला”, “अति सुंदर दो नाम साईं जी के”, “जो साईं शरण में रहते हैं” और “साईं तेरी याद महा सुखदाई”। साईं बाबा की महिमा से हर हृदय प्रेम और श्रद्धा से भर जाए! ????✨

मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। जय सनातन धर्म