साईं भक्तों के लिए शिरडी केवल एक स्थान नहीं, बल्कि आस्था और भक्ति का केंद्र है। मेरे साईं, तेरी शिरडी बहुत अब याद आती है भजन उसी गहरी तड़प और प्रेम को दर्शाता है, जो एक भक्त को शिरडी से दूर रहकर महसूस होती है। यह भजन हमें सिखाता है कि साईं बाबा की कृपा और उपस्थिति केवल शिरडी तक सीमित नहीं है, बल्कि हर भक्त के हृदय में बसती है।
Mere Sai Teri Shirdi Bahut Ab Yad Aati Hai Lyrics
मेरे साई तेरी शिरडी,
बहुत अब याद आती है,
जो बैठूं ध्यान में तेरे,
जो बैठूं ध्यान में तेरे,
मेरी बिगड़ी बनाती है,
मेरे साँई तेरी शिरडी,
बहुत अब याद आती है।।
जो भर आई मेरी आँखे,
साईं तेरे दर्श पाने को,
साईं तेरे दर्श पाने को,
तेरे दर्शन की प्यासी है,
तेरे दर्शन की प्यासी है,
मेरी अँखियाँ उदासी है,
मेरे साँई तेरी शिरडी,
बहुत अब याद आती है।।
तेरे चरणों में सर रखकर,
हुआ रोशन हर एक मंजर,
हुआ रोशन हर एक मंजर,
धुनि जब जगमगाती है,
धुनि जब जगमगाती है,
हमें दुःख से बचाती है,
मेरे साँई तेरी शिरडी,
बहुत अब याद आती है।।
मेरे साई तेरी शिरडी,
बहुत अब याद आती है,
जो बैठूं ध्यान में तेरे,
जो बैठूं ध्यान में तेरे,
मेरी बिगड़ी बनाती है,
मेरे साँई तेरी शिरडी,
बहुत अब याद आती है।।
जब भी मन साईं बाबा की शिरडी के दर्शन के लिए तड़पता है, तब उनका स्मरण ही सबसे बड़ा सहारा बनता है। उनकी कृपा और प्रेम को और गहराई से अनुभव करने के लिए अन्य भजनों को भी पढ़ें, जैसे “मन लागो एक फ़क़ीर से, एक जोगी की तस्वीर से”, “बड़ी दूर से हैं आए, कुछ गम तुझे सुनाने साईं”, “साईं मैं तेरे दर आया जो हार कर” और “तू ही मेरा माझी, तू ही पतवार है साईं”। साईं बाबा की भक्ति में रमकर उनके आशीर्वाद का आनंद लें। ????✨

मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। जय सनातन धर्म