साई मैं तेरे दर आया जो हार कर भजन लिरिक्स

जीवन में जब हर दरवाजा बंद हो जाता है और कोई राह नहीं सूझती, तब साईं बाबा का दरबार ही एकमात्र सहारा बनता है। साईं मैं तेरे दर आया जो हार कर भजन भक्त की उस भावना को प्रकट करता है, जब वह दुनिया से हारकर साईं बाबा की शरण में आता है और उनसे कृपा की याचना करता है। यह भजन हमें सिखाता है कि साईं बाबा कभी भी अपने भक्तों को खाली हाथ नहीं लौटाते।

Sai Main Tere Dar Aaya Jo Har kar Bhajan lyrics

साई मैं तेरे दर,
आया जो हार कर,
तूने पकड़ी कलाई,
मजा आ गया,
अब ना चिंता फिकर,
दिल में रहता ना डर,
ज़िंदगी मुस्कुराई,
मजा आ गया,
साईं मैं तेरे दर,
आया जो हार कर।।

हर कदम ठोकरे,
खाता चलता था मैं,
गिरता था और खुद ही,
संभलता था मैं,
अब जो ठोकर लगे,
बढ़ के तू थाम ले,
गिर ना पाऊं मैं साई,
मजा आ गया,
साईं मैं तेरे दर,
आया जो हार कर।।

मुझपे किरपा की तेरी,
नजर जो पड़ी,
तेरी मस्ती में साई,
रहूं हर घडी,
रखा सिर पे जो हाथ,
तूने ओ साई नाथ,
प्रीत तेरी है पाई,
मजा आ गया,
साईं मैं तेरे दर,
आया जो हार कर।।

तेरे दरबार की मैं,
करूँ चाकरी,
रोज तेरी बजाता,
रहूं हाजरी,
यूँ ही मेरी उमर,
जाए ‘कुंदन’ गुजर,
तुझसे अर्जी लगाई,
मजा आ गया,
साईं मैं तेरे दर,
आया जो हार कर।।

साई मैं तेरे दर,
आया जो हार कर,
तूने पकड़ी कलाई,
मजा आ गया,
अब ना चिंता फिकर,
दिल में रहता ना डर,
ज़िंदगी मुस्कुराई,
मजा आ गया,
साईं मैं तेरे दर,
आया जो हार कर।।

जब भी जीवन में कठिनाइयाँ आएं, तो साईं बाबा का दरबार हमें सुकून देता है और हमारी सभी परेशानियों का हल बन जाता है। उनकी कृपा को महसूस करने के लिए अन्य भजनों को भी पढ़ें, जैसे “तू ही मेरा माझी, तू ही पतवार है साईं”, “मैं जहाँ जहाँ देखूं, तुम दीखते हो साईं”, “कर दो साईं हम पर रहमों करम” और “साईं राम जपो, साईं श्याम जपो”। साईं बाबा की भक्ति में डूबकर उनकी दया और प्रेम का अनुभव करें। 🙏✨

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