महाकाल जपते जपते दौड़ा चला मैं आऊं

जब भक्त के हृदय में महाकाल की भक्ति का ज्वार उमड़ता है, तो वह हर बंधन तोड़कर उनके दरबार में दौड़ा चला आता है। “महाकाल जपते जपते दौड़ा चला मैं आऊं” भजन इसी अनन्य भक्ति की अनुभूति कराता है। यह भजन हमें महाकाल की शक्ति, उनकी कृपा और उनके प्रति अटूट श्रद्धा का अनुभव कराता है। जब हम इसका पाठ करते हैं, तो ऐसा प्रतीत होता है जैसे हम स्वयं उज्जैन की पावन धरा पर खड़े होकर महाकाल के दर्शन कर रहे हों।

Mahakal Japte Japte Dauda Chala Main Aaun

महाकाल जपते जपते,
दौड़ा चला मैं आऊं,
दिल की सुनाऊं तुमको,
किस्मत मेरी संवारूं,
महांकाल जपते जपते,
दौड़ा चला मैं आऊं।1।

आया हूं तेरे दर पर,
दुखड़े सभी मिटा दे,
एक आस है तुझी से,
बिगड़ी मेरी बना दे,
तेरे भरोसे बैठा,
खाली कभी ना जाऊं,
महांकाल जपते जपते,
दौड़ा चला मैं आऊं।2।

हमने सुना है बाबा,
लाखों को तुमने तारा,
भूलों को माफ करके,
कितनों को है उबारा,
मैं भी शरण पड़ा हूं,
किरपा तेरी मैं चाहूं,
महांकाल जपते जपते,
दौड़ा चला मैं आऊं।3।

दिल की सुनी है मेरी,
बिगड़ी बनी है मेरी,
दर पे तुम्हारे आकर,
झोली भरी है मेरी,
तुम जैसा कोई जग में,
दाता नहीं मैं पाऊं,
महांकाल जपते जपते,
दौड़ा चला मैं आऊं।4।

महाकाल जपते जपते,
दौड़ा चला मैं आऊं,
दिल की सुनाऊं तुमको,
किस्मत मेरी संवारूं,
महांकाल जपते जपते,
दौड़ा चला मैं आऊं।5।

महाकाल का नाम जपने मात्र से जीवन की हर समस्या समाप्त हो जाती है और मन में असीम शांति का संचार होता है। “महाकाल जपते जपते दौड़ा चला मैं आऊं” भजन की तरह “कालों के काल महाकाल”, “उज्जैन नगरीया बुला ले बाबा”, “जय महाकाल जय शिव शंकर”, और “हर हर महादेव बम बम बोले” जैसे भजन भी हमें महादेव की भक्ति में डुबो देते हैं। आइए, इन पावन भजनों का पाठ करें और महाकालेश्वर की कृपा प्राप्त करें। 🔱🙏

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