Shiv Abhishek | शिव अभिषेक

शिव अभिषेक धार्मिक अनुष्ठानो में एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान है जिसमे भगवान शिव की प्रतिमा या शिवलिंग का पंचामृत से अभिषेक किया जाता है। शिव जी का अभिषेक हम सभी ने किया है लेकिन अपनी कामना पूर्ति के लिए अलग-अलग प्रकार से भक्तो द्वारा अभिषेक किया जाता है। Shiv Abhishek किसी विशेष अवसर पर करके महादेव की विशेष कृपा प्राप्त की जा सकती हैं, विशेष अवसर जैसे सोमवार, शिवरात्रि, सावन माह आदि।

भगवान शिव का अभिषेक करने से आपके अंदर अध्यात्म का गहरा ज्ञान होता है, मनोकामन पूर्ण होता है और शिव के प्रति आपकी भक्ति और अधिक बढ़ जाती है। अभिषेक के साथ आप शिव भजन और शिव पंचाक्षर स्तोत्र का पाठ भी कर सकते है। भगवान शिव का अभिषेक करने के दौरान आपको कुछ मंत्रों का उच्चारण करना चाहिए जिसे हमने आपके लिए निचे उपलब्ध कराया है।

शिव अभिषेक

ॐ नमः शिवाय
ॐ शर्वाय नम:
ॐ विरूपाक्षाय नम:
ॐ विश्वरूपिणे नम:
ॐ त्र्यम्बकाय नम:
ॐ कपर्दिने नम:
ॐ भैरवाय नम:
ॐ शूलपाणये नम:
ॐ ईशानाय नम:
ॐ महेश्वराय नम:
ॐ नमो नीलकण्ठाय
ॐ पार्वतीपतये नमः
ॐ पशुपतये नम:
ॐ ह्रीं ह्रौं नमः शिवाय
ॐ इं क्षं मं औं अं
ॐ प्रौं ह्रीं ठः

यदि आप भगवान शिव के अभिषेक की सम्पूर्ण विधि और लाभ को विस्तार से जानना चाहतें है तो हमने आपके लिए इसे नीचे उपलब्ध कराया है। जिसे फॉलो करके आप भगवान शिव को प्रसन्न कर उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।

Shiv Abhishek करने की विधि 

  1. स्वछता- शिव जी का अभिषेक करने से पहले आप स्नान करके साफ कपड़े पहने। यह पूजा की स्वछता के लिए जरुरी है।
  2. सफाई – जिस स्थान पर अभिषेक करना हो उस स्थान की अच्छे से सफाई कर ले। 
  3. आसन – एक आसन बिछाए और आरामदायक स्थिति में बैठ जाये। 
  4. अभिषेक – अब आप शिवलिंग पर दूध, दही, शहद, शक्कर और गंगाजल से शिवलिंग का अभिषेक करें। 
  5. चंदन – अभिषेक करने के बाद आप चंदन से शिवलिंग पर ॐ नमः शिवाय लिखे। 
  6. मंत्र उच्चारण – अभिषेक करते समय मंत्रों का उच्चारण करें। 
  7. अर्पित करे – भगवान शिव को आप मिश्री, धुप, चंदन, रोली, अक्षत, बेलपत्र, भांग, धतूरा इत्यादि चढ़ाये। 
  8. ध्यान योग्य बातें – अभिषेक में आपको 21 बेलपत्र चढ़ाना होता है। 
  9. भोग – शिव जी को हलवा, पूरी, ठंढई, खीर इत्यादि का प्रसाद चढ़ाना चाहिए। 
  10. आरती – अब आप श्रद्धा और भक्ति भावना से शिव जी की आरती करें। आरती को वहां उपास्थि सभी लोगो को दें।
  11. प्रार्थना: पूजा समाप्त होने के बाद महादेव से सुखी जीवन के लिए प्रार्थना करें और शिव से मनोकामना पूर्ण होने के लिए आशीर्वाद मांगे।
  12. सफाई: अंत में पूजा स्थल की अच्छे से सफाई करें।

अभिषेक करने से होने वाले लाभ 

  • मनोकामना – शिव जी का अभिषेक करने से मनोकामना पूर्ण होती है। 
  • परिवारिक सुख – भगवान शिव का अभिषेक करने से परिवार में खुशियाँ आती हैं। 
  • कठिन परिस्थितिया – इनका अभिषेक करने से जीवन में आने वाली कठिन परिस्थितिया खत्म हो जाती है। 
  • दाम्पत्य जीवन – अभिषेक करने से दाम्पत्य जीवन सुखमय चलता है। 
  • मन की शांति – शिवाभिषेक करने से आपका मन शांत रहता और अपने कार्यों पर आप ध्यान देते हैं। 
  • धन दौलत – इनका अभिषेक करने से घर में धन – दौलत का भंडार बना रहता है जिससे आर्थिक संकट हमेशा दूर रहते है।
  • रोगों से मुक्ति – शिव जी का अभिषेक करने से व्यक्ति को रोगों से मुक्ति मिलती है और एक स्वस्थ जीवन की प्राप्ति होती है।
  • कष्टों का निवारण – शिव जी का अभिषेक करने से जीवन में आने वाली कठिनाइयों और समस्याओं को दूर किया जा सकता है।

FAQ

भगवान शिव जी का अभिषेक किसको करना चाहिए ?

अभिषेक के समय कितने और कैसे बेलपत्र चढ़ाना चाहिए ?

भगवान शिव का अभिषेक क्यों करना चाहिए ?

शिवलिंग पर सुबह  कितने बजे जल चढ़ाना चाहिए ?

शिवलिंग पर सुबह 5 बजे से 11 बजे तक जल चढ़ाना चाहिए। 

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