गजानंद तुम्हारी शरण चाहिए भजन में भक्त भगवान गणेश से उनकी शरण की याचना करते हैं। यह भजन उन सभी के लिए है जो जीवन में कठिनाइयों और विघ्नों से घिरे हुए हैं और भगवान गणेश से शांति, सुरक्षा और आशीर्वाद की उम्मीद करते हैं। इस भजन के बोल भक्तों की भगवान गणेश के प्रति पूरी श्रद्धा और भक्ति को प्रकट करते हैं। जब जीवन में कोई भी परेशानी आए, तो भगवान गणेश से शरण लेने का विश्वास जताया जाता है।
Gajanand Tumhari Sharan Me Chahiye Bhajan Lyrics
सवाली हूँ सवाली को ना धन चाहिए,
ना धन चाहिए,
गजानंद तुम्हारी शरण चाहिए,
शरण चाहिए।।
कोई रिद्धि सिद्धि के दाता कहे,
हाँ दाता कहे,
कोई ज्ञान बुद्धि विधाता कहे,
विधाता कहे,
तुम्हारे गुण गाऊँ ऐसा मन चाहिये,
ना धन चाहिए,
गजानन्द तुम्हारी शरण चाहिए।।
माँ गौरा की आंखों के तारे हो तुम,
तारे हो तुम,
पिता भोले शिव के दुलारे हो तुम,
दुलारे हो तुम,
गणों के गणराजा के भजन चाहिए,
ना धन चाहिए,
गजानन्द तुम्हारी शरण चाहिए।।
करूँ मैं तुम्हारी प्रथम वन्दना,
प्रथम वन्दना,
यह सच है ना जानू तेरी साधना,
तेरी साधना,
‘पदम्’ को तेरी भक्ति की,
लगन चाहिए,
ना धन चाहिए,
गजानन्द तुम्हारी शरण चाहिए।।
सवाली हूँ सवाली को ना धन चाहिए,
ना धन चाहिए,
गजानंद तुम्हारी शरण चाहिए,
शरण चाहिए।।
गजानंद तुम्हारी शरण चाहिए भजन का संदेश स्पष्ट है कि जीवन में हर प्रकार की विघ्न-बाधाओं से मुक्ति के लिए हमें भगवान गणेश की शरण में जाना चाहिए। यह भजन न केवल हमें भगवान गणेश की महिमा से परिचित कराता है, बल्कि यह अन्य भजनों जैसे गणपति बप्पा मोरया, गणेश जी के नाम से भक्तों का कल्याण होता है और गजानन आ जाओ एक बार के माध्यम से भी हमें भगवान गणेश के आशीर्वाद की आवश्यकता का एहसास कराता है। गणपति बप्पा की कृपा से ही हमारे जीवन में सुख, समृद्धि और शांति का वास होता है।

मैं रोहन पंडित, एक श्रद्धालु और हरिद्वार के एक शिव मंदिर में पुजारी हूँ। मैं भक्तों को आरती, मंत्र, चालीसा, स्तोत्र और भजनों की विस्तृत जानकारी अपने वेबसाइट के माध्यम से प्रदान करता हूँ, साथ ही उन्हें पीडीएफ में उपलब्ध कराता हूँ। View Profile