Shiv Bhajan | शिव भजन : भगवान शिव के भक्ति गीत

शिव भजन हिंदू धर्म में भगवान शिव की आराधना और भक्ति का एक महत्वपूर्ण साधन है। महादेव संहार और सृजन के देवता माने जाते हैं। उनकी भक्ति में गाए जाने वाले भजन भक्तों के लिए आत्मिक शांति, आस्था, और शक्ति का स्रोत होते हैं। Shiv Bhajan का गायन भगवान शिव की महिमा, उनके अनंत रूप, और उनकी करुणा का गुणगान करता है, जो भक्तों के मन को शांत करता है और उन्हें आध्यात्मिक मार्ग पर अग्रसर होने की प्रेरणा देता है।

भजन का प्रभाव केवल आध्यात्मिक ही नहीं, बल्कि मानसिक और भावनात्मक भी होता है। इन भजनों के माध्यम से भक्तजन अपने जीवन के कष्टों और बाधाओं से मुक्ति पाने की प्रार्थना करते हैं। यें भजन न केवल आपको आध्यात्म  की ऊंचाइयों तक ले जायेगा।  बल्कि भगवान शिव के साथ हमारा अटूट रिश्ता जुड़ जाता है।

शिव भजन की प्लेलिस्ट

  1. कितनी सुन्दर है माँ तेरी नगरी
  2. है भोलेनाथ की शादी हम तो नाचेंगे
  3. अजब है भोलेनाथ ये दरबार तुम्हारा….
  4. भोलेनाथ मेरा बड़ा भोला भाला
  5. शंकर का डमरू बाजे रे
  6. गोरा पिलादे भांग
  7. शंभू नाथ मेरे दीनानाथ मेरे भोले नाथ…
  8. ऐसी सुबह ना आए आए ना ऐसी शाम
  9. दानी बड़ा ये भोलेनाथ
  10. जो शिव नाम होठों पे चढ़ गयो रे
  11. काशी में खुली है दुकान गौरा रानी क्या लोगी…
  12. सजा दो घर को गुलशन सा मेरे भोलेनाथ आए हैं…
  13. भोले बाबा हमारे मिलेंगे
  14. कह देना डमरू वाले से तेरे द्वार पुजारी आया है
  15. बोल बम बम प्यारे बोल बम बम
  16. शिव अविनाशी शिव कैलाशी शिव की महिमा हम गाते हैं…
  17. मेरे बाबा मेरे महाकाल
  18. ओमकारा ओमकारा भोले का नाम लगे बड़ा प्यारा
  19. मेरे भोले बाबा आये हैं
  20. शंकर ने नाद बजाया द्वारे नंद के
  21. चिन्तन करो न चिन्ता करो शिव शिव कहते रहो
  22. इन आँखों में सूरत है तेरी
  23. मैं तेरा तू मेरा सब तेरा महादेव
  24. शम्भू इक तू ही तू
  25. आज भोले बाबा मिलेंगे सत्संग में
  26. महाकाल की लगन
  27. आज महाकाल की शादी है
  28. लगन तुमसे लगा बैठे जो होगा देखा जाएगा
  29. उज्जैन का राजा महाकाल राजा
  30. शंकर तेरी जटा में बहती है गंग धारा

आप शिव जी के भजनों को अपने में फोन में रिंगटोन के रूप में भी उपयोग कर सकते है जैसे Shiv tandav stotram ringtone.

भजन करने की सम्पूर्ण विधि

  1. पूजा वस्त्र पहनें: सबसे पहले स्नान करके साफ -सुथरा वस्त्र पहनें। 
  2. स्थान: भजन करने के लिए एक साफ-सुथरा, शांत और एकाग्र स्थान का चयन करें। 
  3. प्रतिमा: पूजा स्थान पर भगवान शिव की प्रतिमा को विधिपूर्वक स्थापित करें।
  4. पुष्पांजलि: भगवान शिव को फूल चढ़ाएं और भगवान शिव को तिलक लगाएं।
  5. योगाभ्यास: भजन शुरू करने से पहले मन को ध्यान केंद्रित करने के लिए कुछ मिनट के लिए योग और प्राणायाम का अभ्यास करें जिससे हमारा मन भक्ति में केंद्रित हो जाये। 
  6. भजन गाएं: शिव जी के भजन गाकर उनका गुड़गान करें और अपने मन को उनके भक्ति प्रेम में लगाएं।
  7. ध्यान रखें: भजन के समय अपने मन को शांत रखें और पुरे ध्यान से भगवान की भजन को गायें।
  8. कथा और कीर्तन: भगवान शिव जी की कथा और कीर्तन भी करवा सकते है।
  9. आरती: भजन के अंत में Om Jai Shiv Omkara आरती गाते हुए उनका आरती करें।
  10. प्रसाद बाटें: भजन में उपस्थित सभी लोगो को प्रसाद दें और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करें।
  11. समापन: अंत में शिव जी का आशीर्वाद मांगने के लिए प्रार्थना करें।

नियमित रूप से शिव जी के भजन करने से आप अपने धार्मिक अभ्यास का हिस्सा हिस्सा बन जाते हैं जिससे आप शिव के साथ गहरा संबंध बना सकेंते  हैं ।

शिव जी के भजन करने के लाभ:

  • आत्मा की शांति: Shiv Bhajan करने से मन को शांति मिलती है और हम अध्यात्म से जुड़ पाते हैं। 
  • आत्मा का संबंध: शिव जी का भजन करने से हम अपने अंतरात्मा से जुड़ जाते हैं और आत्मा को समझने लगते हैं जिससे हमारा शिव जी के साथ आत्मिक सम्बन्ध बन जाता है।
  •  ध्यान: भजन करने से हम शिव जी के ध्यान में डूब जाते हैं और हम पूरी तरह से शिव जी की भक्ति में समर्पित हो जाते हैं। 
  •  संतोष: भगवान शिव के भजन से हमारा मन सांसारिक सुखो और मोह माया से दूर होता है और हमे शांति और संतोष की प्राप्ति होती है।
  • शारीरिक स्वास्थ्य: शिव जी के ध्यान और भजन के प्रभाव से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता  है।
  • समर्पण: भजन करने से हम सामाजिक और पारवारिक रिश्तो में संतुलन बना पाते हैं, और सभी के प्रति करुणा भाव बना रहता  हैं।
  • कर्मयोग: भजन करके हम कर्मयोग की भावना को समझने लगते अर्थात हम अपने कार्यों पर ध्यान लगाने लगते हैं और अपने कार्यों में सफलता हासिल करते हैं।
  • चिंता मुक्ति: इनके भजन से चिंता खत्म होता है और हमारा आत्मविश्वास बढ़ता  है, जिससे चिंता मुक्त जीवन जीने की क्षमता बढ़ जाती  है।
  • सांसारिक संबंध: शिव के भजन से सांसारिक संबंधों में समर्थन की भावना बढ़ती है, जिससे परिवार और समाज में आनंद बना रहता है।
  • आत्मिक विकास: इनके भजन करने  से हम अपने आत्मिक विकास की दिशा में आगे बढ़ते हैं और अपनी शक्तियों को सही दिशा दे पाते हैं। 

FAQ

शिव भगवान के भजन क्या है?

“शिव के भजन” भगवान शिव की प्रार्थना है जो उनके प्रति भक्तिभाव को दिखाता है , इसमें भक्त शिव के गुणगान, महिमा, और उनके अद्भुत शक्तियों का गुड़गान करते हैं।

क्या भजन को केवल सुनने से लाभ की प्राप्ति हो सकती है ?

क्या भजन सामूहिक रूप से किया जा सकता है ?

भजन को किन-किन भाषाओँ में किया जा सकता है ?

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