एक बार आजा दादी तुझको निहार ल्यूं लिरिक्स

एक बार आजा दादी, तुझको निहार ल्यूं भजन एक भक्त की मां से मिलने की तीव्र इच्छा और उनकी झलक पाने की प्रार्थना को दर्शाता है। जब भक्त के हृदय में भक्ति का ज्वार उमड़ता है, तो वह मां के दर्शन के लिए व्याकुल हो जाता है। आइए, इस भजन के माध्यम से मां का स्मरण करें और उनकी भक्ति में लीन हों।

Ek Bar Aaja Dadi Tujhako Nihar Lyun

एक बार आजा दादी,
तुझको निहार ल्यूं,
मनड़े में दादी थारी,
मूरत उतार ल्यूं,
एक बार आजा रे।1।

अब तो बता दे कांई,
दोष है मेरो,
सामने खड्यो है दादी,
अपराधी तेरो,
चरणा ने आगे कर दे,
आंसू से पखार ल्यूं,
मनड़े में दादी थारी,
मूरत उतार ल्यूं,
एक बार आजा रे।2।

बतियाँ बणावे म्हारी,
दुनिया दीवानी,
कालजे री पीड़ा म्हारी,
कोई ना पिछाणी,
मन को गुबार दादी,
कहे तो उतार ल्यूं,
मनड़े में दादी थारी,
मूरत उतार ल्यूं,
एक बार आजा रे।3।

अनजान रस्तो,
छायो अँधियारो,
थारे बिना दादी म्हारो,
कोई ना सहारो,
ज्योति को उजालो दे दे,
राह निहार ल्यूं,
मनड़े में दादी थारी,
मूरत उतार ल्यूं,
एक बार आजा रे।4।

‘मगन’ तिहारो दादी,
काई तो विचारो,
निर्मोही दादी म्हारी,
ओर तो निहारो,
चरणा की धूल दे दे,
मैं पलका से बुहार ल्यूं,
मनड़े में दादी थारी,
मूरत उतार ल्यूं,
एक बार आजा रे।5।

एक बार आजा दादी,
तुझको निहार ल्यूं,
मनड़े में दादी थारी,
मूरत उतार ल्यूं,
एक बार आजा रे।6।

मां अपने भक्तों को कभी निराश नहीं करतीं। जो सच्चे हृदय से उन्हें पुकारता है, मां उसके जीवन में अवश्य प्रकट होती हैं और उसे अपने आशीर्वाद से नवाजती हैं। यदि यह भजन आपको भक्तिरस में डुबो रहा है, तो आपको [“मैया के दर दौड़ आया”](दूसरे भजन का लिंक डालें) भजन भी अवश्य सुनना चाहिए, जिसमें भक्त मां के दर पर आकर अपनी सभी परेशानियों को उनके चरणों में समर्पित कर देता है। आइए, मां की कृपा प्राप्त करने के लिए सच्चे मन से उनकी आराधना करें। जय माता दी! 🚩

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