मैया रानी के भवन में हम दीवाने हो गए लिरिक्स

जब भक्त माँ की भक्ति में लीन हो जाता है, तो वह संसार के मोह से दूर केवल माँ के प्रेम में डूब जाता है। मैया रानी के भवन में हम दीवाने हो गए भजन इसी गहरे भक्ति भाव को दर्शाता है, जहाँ भक्त माँ के दरबार में आकर खुद को सौंप देता है। यह भजन माँ की अद्भुत महिमा का गुणगान करता है और भक्तों के अटूट समर्पण को दर्शाता है।

Maiya Rani Ke Bhavan Me Hum Deewane Ho Gaye

मैया रानी के भवन में,
हम दीवाने हो गए,
हम दीवाने हो गए माँ,
हम दीवाने हो गए,
मैया रानी के भवन मे,
हम दीवाने हो गए।1।

एक तो माँ के पैर सुंदर,
दूसरा पायल सजी,
तीसरा महावर लगा है,
हम दीवाने हो गए,
मैया रानी के भवन मे,
हम दीवाने हो गए।2।

एक तो माँ का रूप सुंदर,
दूसरा साड़ी सजी,
तीसरा गोटा लगा है,
हम दीवाने हो गए,
मैया रानी के भवन मे,
हम दीवाने हो गए।3।

एक तो माँ के हाथ सुंदर,
दूसरा चूड़ी सजी,
तीसरा मेहंदी लगी है,
हम दीवाने हो गए,
मैया रानी के भवन मे,
हम दीवाने हो गए।4।

एक तो माँ का गला है सुंदर,
दूसरा माला सजी,
तीसरा माँ का मुस्कुराना
हम दीवाने हो गए,
मैया रानी के भवन मे,
हम दीवाने हो गए।5।

एक तो माँ के कान सुंदर,
दूसरा झुमके सजे,
तीसरा नथनी सजी है,
हम दीवाने हो गए,
मैया रानी के भवन मे,
हम दीवाने हो गए।6।

एक तो माँ का माथा सुंदर,
दूसरा बिंदिया लगी,
माँग में सिन्दूर लगा है,
हम दीवाने हो गए,
मैया रानी के भवन मे,
हम दीवाने हो गए।7।

एक तो माँ का भोग सुंदर,
दूसरा पूरी सजी,
तीसरा नारियल सजा है,
हम दीवाने हो गए,
मैया रानी के भवन मे,
हम दीवाने हो गए।8।

मैया रानी के भवन में,
हम दीवाने हो गए,
हम दीवाने हो गए माँ,
हम दीवाने हो गए,
मैया रानी के भवन मे,
हम दीवाने हो गए।9।

माँ के दरबार में जो आता है, वह उनकी भक्ति में रंग जाता है और उनके प्रेम में खो जाता है। “मैया रानी के भवन में हम दीवाने हो गए” भजन इसी भक्तिपूर्ण भाव को उजागर करता है। यदि यह भजन आपके मन में भक्ति का दीप जला देता है, तो “शेरावालिये मेहरावालिये सानू प्यार दई” भजन भी अवश्य सुनें, जो माँ की कृपा और प्रेम की महिमा को और गहराई से दर्शाता है।

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