जब जीवन की नैया कठिनाइयों के समुद्र में हिचकोले खाने लगती है, तब माँ शेरावाली ही उसका सहारा बनती हैं। शेरावाली मेरी नैया उस पार लगा देना भजन एक भक्त की भावनाओं को प्रकट करता है, जो माँ से अपनी नैया भवसागर से पार लगाने की प्रार्थना करता है। यह भजन माँ की करुणा, दया और उनके अपार प्रेम का सुंदर चित्रण करता है, जो हर संकट में भक्तों की रक्षा करती हैं।
Sherawali Meri Naiya Us Par Lga Dena
शेरावाली मेरी नैया,
उस पार लगा देना,
अब तक तो निभाया है,
आगे भी निभा देना।1।
हम दीन दुखी निर्बल,
नित नाम रहे प्रतिपल,
यह सोच दरश दोगी,
मैया आज नही तो कल,
जो बाग़ लगाया है,
फूलों से सजा देना,
शेरावाली मेरी नईया,
उस पार लगा देना,
अब तक तो निभाया है,
आगे भी निभा देना।2।
रोकोगे भला कब तक,
दर्शन को मुझे तुमसे,
चरणों से लिपट जाऊं,
वृक्षों से लता जैसे,
अब द्वार खड़ी तेरे,
मुझे राह दिखा देना,
शेरावाली मेरी नईया,
उस पार लगा देना,
अब तक तो निभाया है,
आगे भी निभा देना।3।
तुम शांति सुधाकर हो,
तुम ज्ञान दिवाकर हो,
मम हँस चुगे मोती,
तुम मान सरोवर हो,
दो बूंद सुधारस की,
हमको भी पिला देना,
शेरावाली मेरी नईया,
उस पार लगा देना,
अब तक तो निभाया है,
आगे भी निभा देना।4।
मजधार पड़ी नैया,
डगमग डोले भव में,
आओ शेरोवाली,
हम ध्यान धरे मन में,
अब ‘तनवर’ करे विनती,
मुझे अपना बना लेना,
शेरावाली मेरी नईया,
उस पार लगा देना,
अब तक तो निभाया है,
आगे भी निभा देना।5।
शेरावाली मेरी नैया,
उस पार लगा देना,
अब तक तो निभाया है,
आगे भी निभा देना।6।
माँ शेरावाली अपने हर भक्त की नैया को पार लगाती हैं, उन्हें सही राह दिखाती हैं और अपने आशीर्वाद से जीवन को मंगलमय बनाती हैं। “शेरावाली मेरी नैया उस पार लगा देना” भजन माँ की कृपा और शक्ति का स्मरण कराता है। यदि यह भजन आपको माँ की भक्ति में डुबो देता है, तो “शेर सवारी कर जगदम्बे आएगी” भजन भी अवश्य सुनें, जिसमें माँ की शक्ति और उनके दिव्य आगमन का गुणगान किया गया है।
मैं मां दुर्गा की आराधना व पूजा-पाठ में गहरी आस्था रखती हूं। प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जाप करती हूं और मां दुर्गा से जुड़े शक्तिशाली मंत्र, दिव्य आरती, चालीसा एवं अन्य पवित्र धार्मिक सामग्री भक्तों के साथ साझा करती हूं। मेरा उद्देश्य श्रद्धालुओं को सही पूजा विधि सिखाना और उन्हें आध्यात्मिक मार्ग पर प्रेरित कर कृपा प्राप्त करने में सहायक बनना है। View Profile 🚩🙏