मुझे अपना बेटा बना लो माँ | Mujhe Apna Beta Bana Lo Maa

भक्त और माँ के रिश्ते में कोई औपचारिकता नहीं होती, यह तो बस प्रेम और भक्ति का एक अटूट बंधन है। “मुझे अपना बेटा बना लो माँ” भजन इसी स्नेह से भरी भावना को व्यक्त करता है। जब भक्त माँ दुर्गा से स्वयं को उनका पुत्र बनाने की विनती करता है, तो यह केवल एक प्रार्थना नहीं, बल्कि आत्मसमर्पण का प्रतीक बन जाता है।

Mujhe Apna Beta Bana Lo Maa

हे देवास वाली माई,
मुझे अपना बेटा बना लो माँ,
तुमसे फिर आस लगाई,
अब अपना बेटा बनालो माँ।1।

तेरे चरणो में रखा,
मेरा भी नसीब है,
दुनिया में तु ही मेरे,
सबसे करीब है,
मेरा सब कुछ तु महामाई,
मुझे अपना बेटा बनालो माँ।2।

तेरे नाम से ही होता,
मेरा तो सवेरा माँ,
सच कहूँ तेरे बिन,
कोई ना मेरा माँ,
मैं हूँ तेरी परछाई,
अब अपना बेटा बनालो माँ।3।

‘पंकज’ पुकारता,
सुन लो आवाज माँ,
रखना पड़ेगी अब,
तुझे मेरी लाज माँ,
तेरी नगरी ‘जयंत’ को भाई,
अब अपना बेटा बनालो माँ।4।

हे देवास वाली माई,
मुझे अपना बेटा बना लो माँ,
तुमसे फिर आस लगाई,
अब अपना बेटा बनालो माँ।5।

“मुझे अपना बेटा बना लो माँ” भजन माँ और भक्त के रिश्ते की गहराई को दर्शाता है। माँ दुर्गा सच्चे मन से पुकारने वाले भक्तों को कभी अकेला नहीं छोड़तीं, वे हमेशा अपने पुत्रों की रक्षा करती हैं और उन्हें प्रेम व आशीर्वाद से नवाजती हैं। माँ के इस स्नेह को और गहराई से महसूस करने के लिए “[मैया मेरी मैं तो तेरे लाड़ लड़ाऊँ]” जैसे भजन भी आत्मा को भक्ति के आनंद में सराबोर कर देते हैं। माँ की कृपा हम सभी पर बनी रहे, जय माता दी! ????????

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