अपनी ममता की छांव में मुझे रख लो मैया

भक्त के लिए माँ की ममता सबसे बड़ी शक्ति होती है, जो हर दुख, हर चिंता से रक्षा करती है। अपनी ममता की छांव में मुझे रख लो मैया भजन उसी प्रेम और सुरक्षा की भावना को प्रकट करता है। जब जीवन की कठिनाइयाँ बढ़ती हैं, तो भक्त केवल माँ दुर्गा की गोद में सुकून पाता है। यह भजन माँ की असीम करुणा और वात्सल्य का वर्णन करता है, जहाँ भक्त माँ से प्रार्थना करता है कि वे उसे अपनी ममता की छाया में हमेशा सुरक्षित रखें।

Apani Mamta Ki Chhav Me Mujhe Rakh Lo Maiya

अपनी ममता की छांव में,
मुझे रख लो मैया,
जीवन गुजार लूंगी माँ,
मिल जाए जो छैया,
अपनी ममता की छाँव मे,
मुझे रख लो मैया।1।

इस दुनिया की मोहमाया में,
तन ये जलता,
तेरे आंचल की छाँव में मां,
सुख है मिलता,
तुम ही हो मेरी मात पिता,
तुम ही हो मेरी माता पिता,
बंधु और भैया,
अपनी ममता की छाँव मे,
मुझे रख लो मैया।2।

सबसे नाता तोड़ के तेरी,
शरण में आई,
एक आशा की डोर तेरे,
चरणों में लाई,
डगमग डगमग डोल रही है,
डगमग डगमग डोल रही,
मेरी जीवन नैया,
अपनी ममता की छाँव मे,
मुझे रख लो मैया।3।

अब तो हाथ दया का,
मेरे सर पर रख दो,
खुशियों से अपनी लाडली की,
झोली भर दो,
पार लगा दो ये नैया,
पार लगा दो ये नैया,
तुम बनके खिवैया,
अपनी ममता की छाँव मे,
मुझे रख लो मैया।4।

अपनी ममता की छांव में,
मुझे रख लो मैया,
जीवन गुजार लूंगी माँ,
मिल जाए जो छैया,
अपनी ममता की छाँव मे,
मुझे रख लो मैया।5।

“अपनी ममता की छांव में मुझे रख लो मैया” भजन माँ की असीम दयालुता और भक्त के अटूट विश्वास को दर्शाता है। माँ दुर्गा अपने भक्तों की हर पुकार सुनती हैं और उन्हें अपने आँचल की छाँव में स्नेह से भर देती हैं। माँ की इस कृपा को महसूस करने के लिए “[ओ माँ मेरी मईया, मुझे अपनी गोदी में सुला ले]” जैसे भजनों को भी सुनना एक आध्यात्मिक अनुभव से कम नहीं होता। माँ की छत्रछाया हम सभी पर बनी रहे, जय माता दी! ????????

Leave a comment