कृपा करे रघुनाथ जी म्हने सत देवे सीता माता भजन लिरिक्स

कृपा करे रघुनाथ जी, म्हने सत देवे सीता माता भजन भक्त की विनम्र प्रार्थना को दर्शाता है, जिसमें वह भगवान श्रीराम और माता सीता से सत्य, सद्भाव और धर्म के मार्ग पर चलने की शक्ति मांगता है। यह भजन हमें यह सिखाता है कि सच्ची भक्ति केवल चमत्कारों की इच्छा करना नहीं, बल्कि जीवन में सत्य और धर्म का पालन करना है।

Kripa Kare Raghunath Ji Mhane Sat Deve Sita Mata Bhajan Lyrics

कृपा करे रघुनाथ जी,
म्हने सत देवे सीता माता,
श्री बालाजी महाराज,
म्हारे बल बुद्धि रा दाता।1।

जगत पति रघुनाथ जी,
जग जननी सीता माता,
श्री सालासर महाराज,
म्हारे बल बुद्धि रा दाता।
कृपा करें रघुनाथ जी,
म्हने सत देवे सीता माता,
श्री बालाजी महाराज,
म्हारे बल बुद्धि रा दाता।2।

अन्न दाता रघुनाथ जी,
अन्न पूरण सीता माता,
श्री मेहंदीपुर महाराज,
म्हारे बल बुद्धि रा दाता।
कृपा करें रघुनाथ जी,
म्हने सत देवे सीता माता,
श्री बालाजी महाराज,
म्हारे बल बुद्धि रा दाता।3।

कृपा करे रघुनाथ जी,
म्हने सत देवे सीता माता,
श्री बालाजी महाराज,
म्हारे बल बुद्धि रा दाता।4।

भगवान श्रीराम और माता सीता का जीवन हमें सिखाता है कि सत्य और धर्म की राह कठिन हो सकती है, लेकिन अंततः विजय उसी की होती है जो इस मार्ग पर अडिग रहता है।इनके भजन हमें यह प्रेरणा देता है कि जब तक हम प्रभु की कृपा की आशा में सच्चे मन से प्रयास करते हैं, तब तक वे हमें हर परिस्थिति में मार्गदर्शन और संबल प्रदान करते हैं। माता सीता के आशीर्वाद से हमें सहनशीलता, पवित्रता और प्रेम की शक्ति प्राप्त होती है, जो हमें हर कठिनाई से उबरने में सहायक होती है।

Share

Leave a comment